भिलाई। केपीएस कुटेलाभाठा में आज बच्चों ने सुन्दरकाण्ड का सस्वर पाठ किया। इससे पूर्व बच्चों को संबोधित करते हुए केपीएस ग्रुप के चेयरमैन मदन मोहन त्रिपाठी ने इस अभिनव आयोजन की प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह आयोजन उन्हें अपनी संस्कृति से परिचित कराएगा। श्री त्रिपाठी ने कहा कि श्रीराम का नाम लेने मात्र से काम बन जाते हैं। पर जिसे श्रीराम स्वयं छोड़ दें उसका डूबना तय हो जाता है। बच्चों को एक प्रसंग सुनाते हुए वरिष्ठ शिक्षाविद ने कहा कि जब वानर और भालुओं की सेना श्रीराम का नाम लिख-लिख कर श्रीलंका जाने के लिए रामसेतु का निर्माण कर रही थी, तब श्रीराम ने स्वयं भी पत्थर तैराने का प्रयास किया था। उन्होंने अपनी सेना से कुछ दूर एकांत में पत्थर को पानी में छोड़ा तो वह डूब गया। तभी उनकी नजर अपने पीछे खड़े श्रीहनुमान पर पड़ी। उन्होंने हनुमानजी से इसका रहस्य पूछा। श्रीहनुमान ने अपने उत्तर से उन्हें चकित कर दिया। उन्होंने कहा कि आपकी सेना आपका नाम लिखकर पत्थरों को पानी में छोड़ रही है। उन पत्थरों के साथ राम हैं इसलिए वे तैर रहे हैं। पर आप पत्थरों को छोड़ रहे हैं। जिसे आपने छोड़ दिया वह तैर कैसे सकता है।
श्री त्रिपाठी ने इस अनूठे आयोजन का पूरा श्रेय उप प्राचार्य श्रीमती मृदु लखोटिया को देते हुए कहा कि यह उन्हीं की सोच थी। इस आयोजन को सुन्दर बनाने के लिए उन्होंने काफी परिश्रम किया है। वे चाहेंगे कि इसी तरह का आयोजन भगवत गीता को लेकर किया जाए। उन्होंने प्राचार्य मानस सेन एवं पूरे केपीएस कुटेलाभाठा परिवार को आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
आयोजन स्थल पर श्रीराम का दरबार सजा था। मंच पर छोटे छोटे बच्चे बैठे सस्वर पाठ कर रहे थे। मंच के बाजू में एक मंच और था जहां श्रीराम के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों की झांकिया प्रस्तुत की जा रही थी। इस संगीतमयी प्रस्तुति को देखने के लिए बड़ी संख्या में बच्चों के पालक, केपीएस ग्रुप के प्रमोद त्रिपाठी, आनंद त्रिपाठी, आशुतोष त्रिपाठी, प्रियंका त्रिपाठी, सविता त्रिपाठी, आलोक त्रिपाठी, आदि यहां एकत्र हुए थे। बच्चों ने सभी आगंतुकों का स्वागत तिलक लगाकर एवं सुन्दरकाण्ड की प्रति भेंटकर किया।