बिलासपुर। जिले के शिवतराई गांव में एक परिवार को सामाजिक बहिष्कार का दंश ऐसा झेलना पड़ा कि उनके यहां महिला की मृत्यु होने पर कोई नहीं आया। दो दिन तक महिला का शव घर के अंदर ही पड़ा रहा। बताया जा रहा है कि सामाजिक बहिष्कार के बाद ही सदमे में महिला की मौत हुई है। सूचना मिलने के बाद बिलासपुर से एनजीओ के 6 लोग शिवतराई गए और पुलिस की मदद से महिला का अंतिम संस्कार करवाया।। गांव में तनाव का महौल बना हुआ है। जानकारी के मुताबिक आदिवासी लड़की के साथ अनुसूचित जाति का एक लड़का पढ़ता था। कुछ दिनों बाद उसने पूरे गांव में पोस्टर लगा दिए कि मैं लड़की के साथ शादी करूंगा। इसके बाद गांव वालों ने लड़की और उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया। इस पर लड़की ने करीब एक साल पहले लड़के के खिलाफ कोंटा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
इस पर पुलिस ने लड़के को पकड़ा और उसने यह बात कही थी कि वो आगे से ऐसी हरकत नहीं करेगा। लेकिन इसके बाद भी उसका लड़की के साथ अभद्रता करना जारी रहा। इसी बीच सदमे में लड़की की चाची की दो दिन पहले मौत हो गई। गांव के बहिष्कार के चलते कोई भी उनके घर शव का अंतिम संस्कार करवाने के लिए नहीं गया।