भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में विज्ञान परिषद का गठन डॉ. के.के. कृष्णानी प्राचार्य एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक एग्रीकल्चर कैमिकल आईसीएसआर (डिम्ब यूनिवर्सिटी) के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने की। डॉ. शिवानी शर्मा, विभागाध्यक्ष बायोटेक्नोलॉजी के संयोजकत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संचालन स.प्रा. श्वेता दवे, बायोटेक व धन्यवाद ज्ञापन साक्षी मिश्रा स.प्रा. बायोटेक ने किया। कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये डॉ. शिवानी शर्मा ने कहा कि परिषद का उद्देश्य छात्रों के बीच वैज्ञानिक सोच उत्पन्न करना, प्रायोगिक ज्ञान की ओर अग्रसर करना है। जिससे छात्र अपनी ऊर्जा का प्रयोग नई सोच, मानवता के लिये कर सके व देश के विकास में अपना योगदान दे सके।
मुख्य अतिथि डॉ. कृष्णानी ने ‘चैलेंजेस एण्ड फ्यूचर इन बायोलॉजिकल केमिकल एण्ड एग्रीकल्चर साईंस’ पर व्याख्यान देते हुये कहा विद्यार्थियों के लिये सिस्टम बायोलॉजी में रोजगार की अपार संभावनायें हैं इसमें सभी विषयों माईक्रोबायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, बॉटनी एण्ड जूलाजी के साथ कृषि एवं वनस्पति विज्ञान एवं नैनो टेक्नोलॉजी शामिल है। इसमें रिसर्च कर वैश्विक स्तर पर काम कर विश्व को सुरक्षित रखने में अपना योगदान दे सकते हैं। भविष्य में इन विषयों पर अनुसंधान प्रदूषण को दूर कर पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। छात्रों के लिये उन्होंने अनेक कोर्स बताये जिससे उच्च शिक्षा व रिसर्च के क्षेत्र में रोजगार का चुनाव कर सकते हैं। उन्होने बताया रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ही वह क्षेत्र है जिसके द्वारा हम पानी की एक बूंद से भी अपना रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
नवगठित विज्ञान परिषद के सदस्यों को प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने शपथ दिलाई व कहा विज्ञान के विद्यार्थियों को परिषद के माध्यम से कुछ नया करना चाहिये, दैनिक जीवन में हर गतिविधि में विज्ञान है। विज्ञान के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनायें हैं। परिषद के माध्यम से छात्र नवीन कार्य कर उपलब्धि प्राप्त कर महाविद्यालय व प्रदेश का नाम रोशन करें। नव गठित सदस्यों के नाम इस प्रकार है:- अध्यक्ष-अमृदास, उपाध्यक्ष-भविष्या तलरेजा, सचिव-वंदना वर्मा, सहसचिव-प्रियंका भगत, कोषाध्यक्ष- देवियानी सोनी। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक/प्राध्यापिकायें व छात्र-छात्रायें उपस्थित हुये। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. रजनी मूद्लियार, (विभागाध्यक्ष रसायन), डॉ. शमा बेग, (विभागाध्यक्ष माईक्रोबायोलॉजी), श्रीमती सुनीता शर्मा, (विभागाध्यक्ष जीव विज्ञान), स.प्रा. कामिनी देशमुख (माईक्रोबायोलॉजी), स.प्रा. ज्योति शर्मा (वनस्पति विज्ञान) एवं स.प्रा. प्रियंका चोपड़े (माईक्रोबायोलॉजी) ने विशेष योगदान दिया।