भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में विद्यार्थियों के लिये बाल दिवस का आयोजन आईक्यूएसी एवं कल्पतरू द्वारा किया गया। आयोजन में क्वीज, चिट गेम, काउंटिंग गेम, स्पेल बी, वर्ड गेम करवाये गये तथा विद्याथिर्यों को पुरस्कार में चॉकलेट, स्माइली, पेन सेट, की रिंग दिये गये। कार्यक्रम की शुरूवात करते हुए आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. ज्योति उपाध्याय ने कहा कि हम अपनी उम्र को बढ़ने से रोक नहीं सकते परंतु बचपन के अहसास को कायम रख सकते हैं। महाविद्यालय स्टॉफ से वत्सला ने विद्यार्थियों के लिये स्वागत गीत प्रस्तुत किया। स.प्रा. श्री दीपक सिंह ने बच्चों के लिये गाना गया। महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने कहा कि चौदह नवंबर नेहरू जी का जन्मदिवस है जिसे बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू जी बच्चों को भारत का निर्माता कहते थे।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा कि बच्चों की तरह निष्छलता, उत्सुकता, निर्भयता को हमें हमेशा बनाये रखना चाहिये। ये गुण अगर व्यक्ति में हों तो जीवन में आगे बढ़ने में सहायक होते हैं। उन्होने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिये उपहार भी दिये। नैक समन्वयक स.प्रा. श्रीमती श्वेता दवे (बायोटेक्नोलॉजी विभाग) ने विद्यार्थियों के लिये मेमोरी गेम तथा क्वीज करवाया सहीं उत्तर देने पर बच्चों को पुरस्कार दिया गया।
डॉ. श्रीमती सुनीता वर्मा (विभागाध्यक्ष हिन्दी विभाग) तथा श्रीमती आरती गुप्ता (विभागाध्यक्ष प्रबंधन विभाग) ने ‘स्पेल बी’ करवाया विद्यार्थियों का शब्द ज्ञान बढ़ा। साइंस विभाग से स.प्रा. ज्योति शर्मा एवं स.प्रा. प्रियंका चोपड़े ने मनोरंजक गेम करवाया जिसमें दिये गये शब्दों पर गाने गाना था।
वाणिज्य विभाग से स.प्रा. विभागाध्यक्ष श्रीमती नीलम गांधी तथा डॉ. अजीता सजिथ ने शब्द पर गाने का गेम करवाया। जैसे देश शब्द से तीन गाना गाने के लिये। विभिन्न प्रतियोगिता में सीमा, दर्शना, हीर्ती वर्मा, शुभी वाजपेयी, रिचा ठाकुर, योगेश कुमार, परिणय, भविष्या तलरेजा, निकीता प्रकाश, हर्षा साहू, आशी, आयूषी शर्मा आदि ने पुरस्कार जीते।
पुष्पेन्द्र एवं ऋषभ ने कार्यक्रम के बारे में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि ये उन्हे इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर खुशी हुई क्योंकि यह उन्के जीवन का पहला बाल दिवस है जिसे शिक्षकों द्वारा छात्रों के लिये आयोजित किया गया। उन्होने कार्यक्रम की प्रशंसा की।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. श्रीमती ज्योति उपाध्याय (स.प्रा. कम्पयूटर साईंस) धन्यवाद ज्ञापन में सभी शिक्षकों तथा छात्रों का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि भारत में आज भी लाखों बच्चों को आज भी खाने का अभाव है, लाखों को शिक्षा नहीं मिलती। हमें जीवन में कभी भी मौका मिले तो कम से कम एक बच्चे की मदद जरूर करनी चाहिये।