भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में युवा लेखक स्तुती चांगले की उपस्थिति में शिक्षा विभाग द्वारा ‘दृढ़ संकल्पित युवा और सशक्त राष्ट्र’ विषय पर कविता पाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो युवा लेखिका स्तुती चांगले की गरिमामई उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। स्तूति चांगले की ‘आॅन द रोड’ नामक उपन्यास अमेजॉन बेस्ट सेलर्स में आ चुकी है। स्तुती अपने लेखन की शुरुआत के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को खेल खेल में कहानी का विषय प्राप्त करना सिखाया। इसमें दो मिनट में अपने पड़ोस में बैठे विद्यार्थी से दिनभर किये गये कार्य के बारे में पूछकर उसे बताना था। स्तुती के अनुसार हमारी दिनचर्या में ही कहीं ना कहीं कहानियां छुपी होती है। हमें अपने अनुभवों को लिखना चाहिए, फिर वो चाहे पॉजिटिव हो या निगेटिव। उन्होंने बतया कि नौकरी छोड़कर इस फील्ड (स्टोरी राईटिंग) को चुना। लाईफ में जिस चीज से खुशी मिले वो करें आप रोज खुश रहेंगे। अपने मन की आवाज को सुनें।
छात्रा विनिता देवांगन ने बताया कि लड़कियों को बेचारी कहे जाने पर उसे ऐतराज है। दिग्विजय कॉलेज में पढ़ते वक्त रास्ते में अटैक होने पर उसकी सहेली ने उसे बचाया था। शिक्षा विभाग की भावना सिंघल ने बताया कि वो हर रोज दो घंटे व्यायाम करती है। इस वजह से दिनभर वह चुस्त दुरूस्त रहती है। शिक्षा विभाग की इंदू ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
पी. उपासना राव के सवाल पर स्तुती ने बताया कि कहानी लिखने के दो तरीके हैं। लिनियर एवं नॉन लिनियर। लिनियर में हम सीधे वर्तमान से ही देखकर कहानी लिख पाते हैं तथा नॉन लिनियर में हम बार-बार भूतकाल में चले जाते हैं फिर वर्तमान में आ जाते हैं जो कि बहुत रोचक तरीका होता है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा कि विद्यार्थी जो डिग्री लेते हैं उसके अलावा उनमें जो कौशल होता है उसे समय अवश्य दें, अपनी रूचि के कार्य को करने से आप अपनी अलग पहचान बना सकते हैं। डिग्री आपको नौकरी दिलाती है और कौशल आपको पहचान।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने कहा कि दृढ़ संकल्पित युवा अपने कार्य से अपने देश को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर नई पहचान दिला सकते हैं और विश्व में भारत का परचम लहरा सकते हैं।
कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन श्रीमती शैलजा पवार सहा.प्रा., शिक्षा विभाग द्वारा किया गया।