भिलाई। बीआईटी के प्रबंधन विभाग द्वारा ‘उद्यमिता जागरुकता एवं कैरियर विकास’ विषय पर प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में छात्रों को उद्यमिता के गम्भीरता को बताया गया तथा प्राचार्य डॉ. अरुण अरोरा ने कहा कि हमारे समय में उद्यमिता जागरुकता की बात ही नहीं होती थी, आप सभी को बहुत अच्छा अवसर मिल रहा है और शासन-प्रशासन भी उद्यमिता के लिए प्रेरित कर रहा है। विभागाध्यक्ष ने बताया कि उद्यमिता हेतु एमएसएमई सारी सुविधायें प्रदान करने हेतु तत्पर है। अतिथि व्याख्याता राजीव नायर, डायरेक्टर एमएसएमई, रायपुर ने बताया कि सरकार पांच लाख से पांच करोड़ तक का मदद के लिए तैयार है, वह भी आसान कर्ज के साथ। श्री नायर ने छात्रों को उत्साहित करते हुये कहा कि आप सभी को इसकी शुरुआत करनी है। अतिथि व्याख्याता सत्यरंजन भट्टाचार्य, डीजीएम भिलाई स्टील प्लाण्ट ने छात्रों को कैरियर विकास, व्यक्तित्व विकास एवं व्यवहार की उपयोगिता बताई।
कार्यक्रम प्रभारी प्रो. श्रवण पाण्डेय ने आभार व्यक्त करते हुये कहा भविश्य में उद्यमिता जागरुकता एवं कैरियर विकास द्वारा छात्रों को विभिन्न प्रकार के अवसर प्राप्त होंगे।
इस कार्यक्रम में लगभग 200 विद्यार्थियों ने भाग लिया और विभिन्न पुरस्कारों से पुरस्कृत हुये, पुरस्कार प्राप्त महाविद्यालयों में सेंट थॉमस, स्वामी स्वरुपानंद, शासकीय उतई महाविद्यालय, इंदिरा गांधी महाविद्यालय आदि शामिल थे।
कार्यक्रम में प्रो. अभिषेक चक्रवर्ती, प्रो. सुनील कुशवाहा एवं डॉ. अशोक चन्द्रा आदि उपस्थित थे। विद्यार्थियों में विकास दीप नायर, शालिनी मिनोचा, करणदीप, बाहु दत्ता, दिनेश, दीपक, करुणा करण, हिमांशी जैन आदि उपस्थित थे।