भिलाई। एमजे कालेज एवं एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग में वसंत पंचमी का कार्यक्रम प्राचार्य डॉ केएस गुरुपंच, सी कन्नमल, सिजी थॉमस, महाविद्यालय समन्वयक वीके चौबे की उपस्थिति में मनाया गया। रविवार एवं सोमवार को आयोजित कार्यक्रमों में पूजा अर्चना के अलावा दिन विशेष पर उद्बोधन भी हुआ।नर्सिंग कालेज में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ गुरुपंच ने वसंत पंचमी से पीले रंग एवं सरसों के फूलों के संबंध पर अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि माता सरस्वती विद्या एवं बुद्धि की देवी हैं। उनकी आराधना कर हम विद्यालाभ की आकांक्षा करते हैं।
सहा. प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने वसंत पंचमी को ललित कलाओं से जोड़ते हुए कहा कि शिक्षा के साथ ही माता सरस्वती का संबंध ललित कलाओं से भी है। चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, नृत्य आदि सौन्दर्य से जुड़े प्रत्येक क्षेत्र के लिए माता सरस्वती आराध्य हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ साथ अपनी कला साधना को भी जीवंत रखना चाहिए। इसका व्यक्ति के करियर में बड़ा लाभ मिल सकता है।
एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक मल्टी नेशनल कंपनी में एक साथ 20 लोगों की नौकरियां लगीं। इनमें से एक व्यक्ति गिटार बजाने के साथ साथ गाया भी करता था। एक बार कंपनी के आयोजन में उसे अपनी प्रस्तुति देने का अवसर मिल गया। वह कंपनी के प्रमुखों की निगाह में आ गया। इसके बाद उसे कंपनी का थीम सांग तैयार करने का अवसर मिला और फिर उसके करियर को चार चांद लग गए। उन्होंने कहा कि ललित कलाओं की साधना आपको पूर्णता देती है। यह आपको वह संतोष दे सकती है जो लाखों रुपए का रोजगार और ऊंचे ओहदे नहीं दे सकते।