भिलाई। एमजे ग्रुप ऑफ एजुकेशन द्वारा जिनोटा फार्मेसी के सहयोग से आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मितानिनों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एमजे ग्रुप की निदेशक श्रीमती श्रीलेखा विरुलकर ने कहा कि वर्ष के एक दिन महिलाओं का महिमा मंडन कर उसका भावनात्मक शोषण करने की परम्परा बंद होनी चाहिए।इस अवसर पर महाविद्यालय के सीओओ वीके चौबे, नर्सिंग महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती सी कन्नम्मल, सिजी थॉमस, शिक्षा संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया, मेघा मानकर, अख्तर अजीज खान, परविन्दर कौर, शकुन्तला जलकारे, नेहा महाजन, रंजीता सिंह, मंजू साहू, ममता एस राहुल, सहित समस्त फैकल्टी मेम्बर्स के अलावा स्वाती गुलाटी, मितानिनें बड़ी संख्या में उपस्थित थीं।
श्रीमती विरुलकर ने कहा कि शेविंग क्रीम से लेकर सोफा और एसी तक की बिक्री के लिए महिलाओं का उपयोग समाज करता रहा है। विवाहित महिलाओं के लिए सौन्दर्य प्रतियोगिताओं का आयोजन भी कहीं न कहीं महिलाओं को केवल सुन्दर दिखने रहने के लिए प्रेरित करता है। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि समाज महिलाओं का सम्मान करे, महिलाओं को बराबर का दर्जा दे, उसका भावनात्मक शोषण बंद हो। उन्होंने कहा कि कामकाजी महिलाओं को भी यह हक है कि काम से लौटने पर कोई उसके लिए चाय लेकर आए।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच ने विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि मितानिनें समाज सुधार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान कर रही हैं। उन्होंने मितानिनों को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी।
जिनोटा फार्मेसी के संचालन प्रमुख कमल गुरनानी ने नारी शब्द को ही सम्मान का पर्याय बताते हुए जिनोटा फार्मेसी के उद्देश्यों की जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि जिनोटा न केवल उचित मूल्य पर सभी दवाएं उपलब्ध हैं बल्कि घर पहुंच सेवाओं के द्वारा वे मरीजों एवं उनके परिजनों की मुश्किलों को आसान करने का प्रयत्न करता है।
शिक्षा संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया ने इस अवसर पर नारी की सुरक्षा के सवाल को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक क्षेत्र में नारी पुरुषों के साथ कंधा मिलाकर काम कर रही हैं पर कार्यस्थल पर और कार्यस्थल तक जाने या लौटने के दौरान वह अपनी सुरक्षा को लेकर सशंकित रहती है। उन्होंने कहा कि यदि समाज महिलाओं की प्रत्येक स्थान पर, किसी भी समय सुरक्षा की गारंटी कर सके तो यही महिलाओं के प्रति सच्चा सम्मान होगा।
आरम्भ में स्वागत भाषण दीपक रंजन दास ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती अर्चना त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती चरनीत संधु ने किया।