भिलाई। क्रिश्चियन कालेज आफ इंजिनियरिंग एण्ड टेक्नोलाजी (सीसीईटी) में 28 मार्च को 17 वां एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार, ‘सतत विकास के लिए बहुविषयक नवोन्मेष’ (मल्टीडिसिप्लिनरी इनोवेशंस फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट) थीम पर टेक्नोलॉजिया-2019 का उद्घाटन सीसीईटी, भिलाई के अध्यक्ष बिशप डॉ जोसेफ मार डायोनिसियस, कार्यकारी उपाध्यक्ष फादर जोस के वर्गीस, प्राचार्या डॉ दिपाली सोरेन, एनआईटी, रायपुर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसच्सिएट प्रच्फेसर डॉ आर एन पटेल, आई आई टी भिलाई के रसायन शास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर संजीब बनर्जी एवं अन्य सम्मान्नीय अतिथियों की उपस्थिति में किया गया। टेक्नोलॉजिया 2019 के समन्वयक, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रितेश दास ने अपने स्वागत भाषण में नवविचारों को प्रस्तुत करने एवं भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए नयी तकनीकों के आदान-प्रदान हेतु शोधपत्र प्रस्तुत करने आये प्रतिभागियो एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया। डॉ दास ने बताया कि मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्यों से प्राप्त कुल 82 शोधपत्रों में से शार्ट लिस्ट किये गये 48 शोधपत्र टेक्नोलॉजिया 2019 में प्रस्तुत किया गया। बिशप डॉ जोसेफ मार डायोनिसियस ने अद्वितीय एवं अनोखे नव निर्माणों के लिए, वास्तविक विचारों के पारस्परिक संवादों के विनिमय को महत्वपूर्ण बताया साथ ही उन्होंने सतत् विकास के लिये विकास को पुन: परिभाषित करने की आवश्यकता की बात कही।
सीसीईटी के कार्यकारी उपाध्यक्ष फादर जोस के वर्गीस ने प्रतिभागियों एवं उपस्थित लोगों से स्वयं में वैज्ञानिक भाव जागृत करने का आग्रह किया एवं इस तरह के आयोजनों को तकनीकी क्षेत्र में उन्नति के लिए वरदान बताया। उन्होने आज के नैतिकता के पतन के युग में मूल्यों पर आधारित नैतिक शिक्षा की आवश्यकता एवं इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। एनआईटी, रायपुर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ आर एन पटेल तकनीकी आविष्कारों एवं नये युग के तकनीक के उत्तर दायित्वों के बारे मे बात करते हुए शोधार्थियों से प्रकृति के संतुलन एवं सतत् विकास के साथ नव निर्माण की आवश्यकता की बात कही। तत्पष्चात अतिथियों के द्वारा टेक्नोलॉजिया 2019 की पुस्तिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर सीसीईटी के राष्ट्रीय जरनल, ‘जरनल आॅफ साइंस एन्ड इंजिनियरिंग एजुकेशन’ (जेएसईई) के चतुर्थ संस्करण की पत्रिका का अनावरण भी मुख्य अतिथि एवं सम्मान्नीय अतिथियों के द्वारा किया गया। रिसर्च एण्ड डेव्लपमेंट सेल की प्रभारी डॉ संध्या पिल्लई ने बताया कि जेएसईई जिसका इम्पेक्ट फेक्टर 4.212 है, के चतुर्थ संस्करण में प्रकाषन के लिए 12 शोधपत्रों का चयन किया गया है।
राष्ट्रीय सेमीनार टेक्नोलॉजिया-2019 के की-नोट स्पीकर (मुख्य वक्ता) एनआईटी, रायपुर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसच्सिएट प्रोफेसर डॉ आर एन पटेल, ने ‘भारत में बहुआयामी नवाचार और स्टार्टअप निर्माण के अवसर’ विषय पर, एवं आई आई टी भिलाई के रसायन शास्त्र के असिस्टेंट प्रच्फेसर संजीब बनर्जी ने ‘स्वास्थ्य देखभाल उद्योग के लिए स्मार्ट एवं फंक्शनल मटेरियल’ विषय पर, ब्याख्यान दिये। तत्पष्चात शोधपत्रों का वाचन प्रतिभागियो द्वारा दो अधिवेषनों में किया गया। टेक्नोलॉजिया 2019 के समापन समारोह में प्रतिभागियों को अपनी तकनीकी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। समापन समारोह में समन्वयक डॉ रितेश दास ने टेक्नोलॉजिया 2019 के कार्यक्रम का विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत किया एवं टेक्नोलॉजिया 2019 के सफल आयोजन के लिए सभी का अभार व्यक्त किया।