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स्वरुपानंद में बायो इन्फरमेंटिक्स इन मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी पर राष्ट्रीय कार्यशाला

Apr 17, 2019

Bio Informaticsभिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग एवं ई.सेल फेस्ट आई.आई. टी. खड़गपुर के संयुक्त तत्वावधान में बायोइन्फरमेटिक्स इन मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी पर दो दिवसीय कार्यशाला एवं प्रतिभा चयन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि एवं विषय-विशेषज्ञ के रुप में डॉ. जितेश दोशी प्रो. शिकागो विश्वविद्यालय थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने की।SSSSMVकार्यक्रम प्रभारी डॉ. शमा बेग ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये कहा बायोइन्फरमेटिक्स बायोलॉजी के क्षेत्र में एक उभरता हुआ इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च क्षेत्र है तथा जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिये इसका प्रयोग लगातार बढ़ता जा रहा है। आई.आई.टी. खड़गपुर के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में पांच विद्यार्थियों का चयन किया जायेगा। चयनित विद्यार्थियों का 3 माह का नि:शुल्क प्रशिक्षण आई.आई.टी खड़गपुर में होगा।
प्रथम दिवस डॉ. जितेश जोशी ने छात्रों और शोधार्थियों को बायोइन्फरमेटिक्स एवं उसके मेडिकल माइक्रोबॉयोलॉजी में अनुप्रयोग के बारे में बताया। जैविक डाटा डाटाबेस और सीक्वेन्स एनालिसिस की जानकारी दी।
द्वितीय सत्र में प्रायोगिक ट्रेनिंग दी गई, जिसके अंतर्गत आवश्यक डाटाबेस जैसे- एनसीआई, यूनीपोर्ट एवं ब्लास्ट तकनीक का प्रयोग सिखाया गया। डॉ. दोषी ने बायोइन्फरमेटिक्स के द्वारा जीन खोजना, जिनोमअसेंबली, ड्रग डिजाईन, ड्रग डिस्कवरी प्रोटिन स्ट्रक्चर, अलाइनमेंट आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।
प्रशिक्षण पश्चात प्रतियोगिता के अंतर्गत छात्रों की प्रायोगिक एवं लिखित परीक्षा लेकर सर्वश्रेष्ठ पांच विद्यार्थियों का चयन किया गया। जिनके आगे का प्रशिक्षण आई.आई.टी. खड़गपुर में नि:शुल्क दस दिन का होगा। पुन: चयनित होने पर तीन माह की नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जायेगी।
मुख्य अतिथि श्री दोशी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुये कहा कि जिस तरह प्रतिभागी कार्यशाला में सक्रिय सहभागिता दी, उसी तरह अपने विषय के छोट-छोटे प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान को सुरूचिपूर्ण बना सकते हैं। विद्यार्थियों में जिज्ञासा होने पर ही विज्ञान में नवीन आविष्कार संभव है।
अपनी अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्या डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने कहा दो दिवसीय कार्यशाला में विद्यार्थियों एवं शोधार्थी ने इस विषय की व्यवहारिकता को समझा। विषय के सूक्ष्म प्रयोगों को जानने के लिये व्यावहारिक ज्ञान आवश्यक है। उन्होंने चयनित प्रतिभागियों को बधाई दी।
राष्ट्रीय प्रतियोगिता में चयनित विद्याथिर्यों के नाम इस प्रकार है-
1. होमेन्द्र साहू बी.एस.सी. द्वितीय वर्श (बायोटेक्नोलॉजी)
2. अमन चन्द्राकर बी.एस.सी. द्वितीय वर्श (बायोटेक्नोलॉजी)
3. मृत्युन्जय बैरागी बी.एस.सी. द्वितीय वर्श (बायोटेक्नोलॉजी)
4. तुलना साहू बी.एस.सी. तृतीय वर्श (माईक्रोबायोलॉजी)
5. सोनिया गिल एम.एस.सी. चतुर्थ सेमेस्टर (माईक्रोबायोलॉजी)
5. मनीष पाल बी.एस.सी. द्वितीय वर्श (बायोटेक्नोलॉजी)
मंच संचालन स.प्रा. माईक्रोबायोलॉजी प्रियंका चोपड़े व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शमा बेग ने दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कम्प्यूटर विभाग, स.प्रा. सुनीता शर्मा, कामिनी देशमुख, ज्योति शर्मा, के.के. दूबे, डॉ. स्वाति पाण्डेय ने विशेष सहयोग दिया। कार्यक्रम में विभिन्न महाविद्यालय के बत्तीस विद्यार्थियों ने भाग लिया।

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