भिलाई। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को एक बार फिर भिलाई शहर जिला कांग्रेस के गठन की याद दिलाते हुए उन्हें स्मरण पत्र सौंपा गया है। लोकसभा चुनाव से पूर्व श्री गांधी के भिलाई प्रवास के दौरान प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव महेश जायसवाल ने यह मुद्दा एक बार फिर से उठा दिया। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की सहमति के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी अपनी बैठक में इस प्रस्ताव को पारित कर दिया था।कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सम्मुख यह प्रस्ताव पीसीसी के पूर्व सचिव महेश जायसवाल ने पहली बार तब उठाया था जब वे जनसंवाद के दौरान दुर्ग प्रवास पर थे। पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया की उपस्थिति में राहुल गांधी ने इसपर सहमति दे दी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई पीसीसी की बैठक में यह प्रस्ताव पारित कर दिया गया था। इस बैठक में टीएस सिंहदेव एवं ताम्रध्वज साहू भी उपस्थित थे।
महेश जायसवाल ने कहा कि ‘राहुल राज में देर है, अंधेर नहीं’ इसका पता तो तभी चल गया था जब पीसीसी स्तर पर प्रस्ताव पारित हो गया। पर इसके बाद क्या हुआ, इसकी किसी को खबर नहीं है। समस्त अर्हताओं को पूरा करने के बाद भी भिलाई शहर जिला कांग्रेस का गठन पिछले 25 वर्षों से लंबित है। भिलाई शहर दुर्ग जिला कांग्रेस कमेटी का पाकेट बन कर रह गया है। इसके चलते अनेक वरिष्ठ नेताओं ने या तो पार्टी से किनारा कर लिया या मौन समर्थक बन गए। नेता और प्रत्याशी दोनों ही थोपे जाते रहे और राष्ट्रीय अध्यक्ष दिया गया फार्मूला पूरी तरह ध्वस्त हो गया।
उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष के हालिया दौरे पर इस मुद्दे को दोबारा उठाते हुए उनसे आग्रह किया कि वे इसकी राह में आने वाली अड़चनों का पता लगाएं और उन्हें दूर कर भिलाई शहर जिला कांग्रेस की 25 साल पुरानी मांग को पूरा करें।