भिलाई। एमजे कालेज की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर का मानना है कि सफलता के लिए जीवन में आदर्श का होना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसपर दृढ़ता के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। लक्ष्य के साथ यदि कोशिशों की निरंतरता को बनाए रखा जाए तो हमें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। वे एमजे कालेज में फार्मेसी स्टूडेंट्स के विदाई समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रही थीं।पासिंग आउट बैच के विद्यार्थियों के साथ ही शिक्षकवृंद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में किसी भी कार्य को सिद्ध करने के लिए लक्ष्य का निर्धारण बहुत जरूरी है। लक्ष्य को भेदने के लिए निरंतर प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि ठान लिया जाए तो कोई भी कार्य असंभव नहीं होता। जिस मुकान को कोई और हासिल कर पाया है, यदि इच्छा शक्ति दृढ़ हो तो उसे आप भी प्राप्त कर सकते हैं।
आरंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ टी कुमार ने महाविद्यालय की प्रगति की जानकारी देते हुए पासिंग आउट स्टूडेंट्स के उज्जवल भविष्य की कामना की। डिग्री कालेज के प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच ने महाविद्यालय परिसर में बिताए गए पलों को जीवन के श्रेष्ठतम पलों में से एक करार देते हुए कहा कि यह अनुभव आपको स्कूली दुनिया के बाद बाहरी दुनिया से जोड़Þता है। यहीं से आपके कर्मजीवन की जिम्मेदारियां प्रारंभ होती हैं। अत: यहां अध्यापन कक्षों में अर्जित ज्ञान के साथ ही अपने प्राध्यापकों के अनुभवों को भी ग्रहण करने की चेष्टा करनी चाहिए। उन्होंने सभी सीनियर स्टूडेंट्स को बधाई देते हुए भावी जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं।
भिलाई। एमजे कालेज की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर का मानना है कि सफलता के लिए जीवन में आदर्श का होना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसपर दृढ़ता के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। लक्ष्य के साथ यदि कोशिशों की निरंतरता को बनाए रखा जाए तो हमें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। वे एमजे कालेज में फार्मेसी स्टूडेंट्स के विदाई समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रही थीं।जूनियर्स ने इस अवसर पर सीनियर्स के लिए आकर्षक सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किये। ग्रुप डांस के साथ जहां प्रेक्षक भी झूमने लगे वहीं रैंडम कपल डांस ने उन्हें खूब हंसाया भी। छात्र-छात्राएं महाविद्यालय में बिताए पलों को याद कर कभी भावुक हुए तो कभी एक दूसरे की सराहना करते नजर आए। मिस ईव का खिताब हर्षलता और मिस्टर ईव का टाइटल यश कुमार को दिया गया। इस अवसर पर सह. प्राध्यापक सीमा कश्यप, अंशुल राम, सूरज श्रीवास्तव, अंजलि वाहने, चंद्रकांता पारकर सहित पूरा महाविद्यालय परिवार उपस्थित था।