भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में आईक्यूएसी द्वारा ‘जल बचाओ कल बचाओ’ विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विषय-विशेषज्ञ के रूप में मधुर चितलांग्या एवं नगर निगम के उपायुक्त तरूण लहरे एवं अजय शुक्ला, सहायक नोडल अधिकारी जल संरक्षक उपस्थित हुए। श्री चितलांग्या ने जल संरक्षण की आवश्यकता और महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा जल है तो कल है। हम सभी जल संकट की स्थिति से गुजर रहे हैं अगर हम सभी पानी को संग्रहित नहीं करेंगे तो आने वाला कल और भयावह होगा। उन्होंने बताया वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम द्वारा वर्षा के जल को संग्रहित कर वाटर लेवल बढ़ाया जा सकता है। वर्षा का अधिकांश जल बह जाता है इससे भूजल का श्रोत सूखता जा रहा है। उपलब्ध पानी में मात्र तीन प्रतिशत पानी पीने के योग्य है।
श्री तरूण लहरे ने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को प्रत्येक घर में अनिवार्य करने की बात कही व कहा पानी प्राकृतिक से बड़ा है इसे संग्रहित व संरक्षित करने का उत्तरदायित्व हम सब पर है।
कार्यक्रम संयोजन में अजय शुक्ला का विशेष योगदान रहा उन्होंने कहा कि जल है तो कल है, यह सिर्फ जुमले तक सीमित ना रहे बल्कि हम सभी को व्यक्तिगत स्तर पर जल की एक-एक बूंद को बचाने के लिये प्रयास करना होगा।
प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने प्रत्येक प्राध्यापक एवं शिक्षक से बूंद-बंूद पानी बचाने एवं जल संग्रहण करने की बात कही, क्योंकि जल है तो कल है। इस अवसर पर आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. रजनी मुद्लियार ने कार्यक्रम की उपादेयता पर प्रकाश डाला व कहा जल से जीवन है।
कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. नीलम गांधी विभागाध्यक्ष वाणिज्य विभाग व धन्यवाद ज्ञापन स.प्रा. उषा साहू शिक्षा विभाग ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं छात्र-छात्रायें उपस्थित हुये।