भिलाई। प्रौद्योगिकियों की बढ़ती जरूरतों के साथ तालमेल रखने के लिए सतत शिक्षा कार्यक्रम के तहत सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, श्री शंकराचार्य तकनीकी कैंपस ने जावा का उपयोग करते हुए पायथन और एंड्रॉइड के माध्यम से मशीन लर्निंग पर 22 जून 2019 से 80 घंटे के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कोर्स सत्र और सीरीज आॅफ सेशन्स एवं लैब असाइनमेंट्स प्रदान करता है। इस कार्यशाला में कुल 55 छात्र भाग ले रहे हैं।कार्यशाला में पाइथन, पायथन डेटा स्ट्रक्चर, फंक्शन्स, आॅब्जेक्ट-ओरिएंटेड कॉन्सेप्ट्स और एक्सेप्शन हैंडलिंग, मशीन लर्निंग यूजिंग पाइथन के बारे में विषय विशेषज्ञ द्वारा ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी। विषय विशेषज्ञ कोलकाता की मेघाली दास एवं सुभम दत्ता और इंदौर से पीयूष परमार प्रतिभागियों को मशीन लर्निंग यूज-केसेस, मशीन लर्निंग प्रोसेस फ्लो, मशीन लर्निंग कटेगरीस एवं मशीन लर्निंग के कॉन्सेप्ट्स को समझायेंगे। साथ ही पाइथन का उपयोग करके लीनियर रिग्रेशन, ग्रेडियेंट डेसेंट, सुपरवाइज्ड लर्निंग, अनसुपरवाइज्ड लर्निंग, डेटा एनालिसिस और मशीन लर्निंग के तहत एसोसिएशन रूल्स के बारे में विस्तार से अवगत करायेंगे।
दूसरे विषय के तहत छात्र कोर एडब्ल्यूएस सविर्सेज, वर्चुअल प्राइवेट क्लाउड, क्लाउड कंप्यूटिंग के तहत अमेजॅन वेब सविर्सेज एडब्ल्यूएस के साथ सिंपल स्टोरेज सर्विस के बारे में जानेंगे। इसके अलावा लनिर्गं सेशन में छात्रों को उपरोक्त विषयानुसार प्रोजेक्ट डेवलपमेंट के बारे में भी जानकारी प्रदान की जाएगी।
श्री आईपी मिश्रा, चेयरमैन, एसजीईएस, श्रीमती जया मिश्रा, अध्यक्ष एसजीईएस, डॉ पीबी देशमुखए निदेशक एसएसटीसी ने आयोजन समिति को बधाई दी और विभाग के इस नयी पहल की सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों को कार्यशाला के महत्व से अवगत कराया। डॉ जसपाल बग्गा विभागाध्यक्ष (आईटी) ने कहा कि छात्र क्लाउड कंप्यूटिंग और पायथन का उपयोग कर मशीन लर्निंग के कोर कॉन्सेप्ट्स को सीखेंगे जो की आने वाले समय में आईटी इंडस्ट्रीज की डिमांड भी है।
इस कार्यक्रम के समन्वयक डॉ भगवती चरण पटेल, प्रो केवी रवि कुमार, प्रो अनीश अग्रवाल, प्रो आशीष साहू, प्रो अनिल मंडले, और प्रो माधुरी गुप्ता ने बताया कि पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के पश्चात सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा जिसका लाभ आने वाले समय में कैंपस प्लेसमेंट एवं और भी अन्य फ्यूचर प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत उपयोगी होंगे।
साथ ही साथ बीई (आईटी) के अंतिम वर्ष के छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय द्वारा घोषित परीक्षा.परिणाम में 96.74 प्रतिशत लाने पर संस्था प्रबंधन और निदेशक ने संकाय के सदस्यों और छात्रों के प्रयासों की सराहना की।