दुर्ग। छत्रपति शिवाजी इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर महति आयोजन किया गया। योग फार हार्ट थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में इंस्टीट्यूट के कारपोरेट रिलेशन्स मैनेजर एवं डीएमएचपी अप्रूव्ड काउंसलर राजीव नायर ने उपस्थितजनों को योगाभ्यास करवाया। उन्होंने योग से शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्कि विकास की विस्तार से जानकारी दी।महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा स्वामी विवेकानन्द हाल में प्रात: 6 से 8 बजे तक योगाभ्यास किया गया। प्रार्थना से प्रारंभ करते हुए बॉडी रोटेशन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, भद्रासन, वज्रासन, शशंकासन, मंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, धनुरासन, शलभासन, सेतुबंध आसन, सूर्य नमस्कार, कपालभाती प्राणायाम, अनुलोम विलोम, भ्रामरी आदि का अभ्यास किया गया।
महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ अनुराग वर्मा ने कहा कि आज की व्यस्ततम जीवन चर्या में मानव अपने मूल स्वभाव से दूर होता जा रहा है। इसके कारण विभिन्न प्रकार के मनोविकार एवं शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। योग से इस स्थिति में संतुलन लाया जा सकता है। इससे न केवल व्यक्ति का तनाव दूर होता है बल्कि मन और मस्तिष्क को भी शांति मिलती है।
संस्था के चेयरमैन अजय प्रकाश वर्मा ने योग के लाभ पर प्रकाश डालते हुए संदेश दिया कि योग से जीवन मं सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह हर्ष का भी विषय है कि आज पूरा विश्व योग को स्वीकार कर चुका है। योग से मन को एकाग्र एवं मानसिक रूप से मजबूत किया जा सकता है। योगाभ्यास से विद्यार्थियों में स्मरणशक्ति के साथ साथ सेहत भी अच्छी रहती है। प्रत्येक व्यक्ति को योग अपनाना चाहिए और नियमित रूप से इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए।