भिलाई। एमजे कालेज में आज साहित्य सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने मुंशीजी की रचनाओं को आज भी प्रासंगिक बताते हुए कहा कि गोदान, नमक का दरोगा, ईदगाह, दो बैलों की कथा, पूस की रात, आदि कहानियों का जिक्र किया। वक्ताओं ने कहा कि मुंशीजी समाज में हो रही घटनाओं पर ही साहित्य की रचना करते थे इसलिए आज भी हम उनसे स्वयं को जोड़ पाते हैं।महाविद्यालय की निदेशक श्रीलेखा विरुलकर के संदेश का पाठ आईक्यूएसी प्रभारी सहा. प्राध्यापक अर्चना त्रिपाठी ने किया। प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच, एनएसएस प्रभारी डॉ जेपी कन्नौजे, शिक्षा विभाग की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया, सहा. प्राध्यापक रंजीता सिंह, गायत्री गौतम, सौरभ मंडल ने विभिन्न कहानियों की चर्चा की। छात्र विकास वर्मा एवं छात्रा मोनाली ने भी मुंशीजी की कहानियों को संक्षेप में प्रस्तुत करते हुए उन्हें आज की घटनाओं से जोड़ा। कार्यक्रम का संचालन सहा. प्राध्यापक दीपक रंजन दास एवं धन्यवाद ज्ञापन सहा. प्राध्यापक ममता एस राहुल ने किया। इस अवसर पर वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।