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भोजन के पोषक तत्वों को हजम कर जाते हैं पेट के कीड़े, होती है बीमारी

Aug 6, 2019

8 अगस्त राष्ट्रीय कृमि दिवस पर कालेजों में भी खिलाई जाएगी दवा भिलाई-दुर्ग। वैसे तो सभी की आंतों में पेट के कीड़े अर्थात कृमि पाए जाते हैं पर यदि कृमियों की संख्या अधिक हो तो वे किए गए भोजन का अधिकांश पोषक भाग चट कर जाते हैं। इससे शरीर में कमजोरी, रक्ताल्पता, निमोनिया जैसे रोग उत्पन्न हो सकते हैं, मृत्यु भी हो सकती है। 8 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि दिवस पर इस बार बच्चों के साथ ही कालेजों में पढ़ने वाले 19 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।वा

भिलाई-दुर्ग। वैसे तो सभी की आंतों में पेट के कीड़े अर्थात कृमि पाए जाते हैं पर यदि कृमियों की संख्या अधिक हो तो वे किए गए भोजन का अधिकांश पोषक भाग चट कर जाते हैं। इससे शरीर में कमजोरी, रक्ताल्पता, निमोनिया जैसे रोग उत्पन्न हो सकते हैं, मृत्यु भी हो सकती है। 8 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि दिवस पर इस बार बच्चों के साथ ही कालेजों में पढ़ने वाले 19 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।उक्त जानकारी जिला जनपद पंचायत भवन में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी राजबल्लभ सिंह एवं हेमचंद विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ आरपी अग्रवाल ने दी। उन्होेंने बताया कि 1 से 5 साल तक के बच्चों को यह दवा आंगनबाड़ी केन्द्रों में खिलाई जाएगी। इससे बड़े पर 19 साल की उम्र से कम के बच्चों को स्कूल, कालेज और आईटीआई आदि में दवाई खिलाई जाएगी। यदि बच्चा कोई और दवा ले रहा हो तो उसके साथ यह दवा नहीं दी जाएगी। दवा घर ले जाने के लिए नहीं होगी। इसे अपने सामने खिलाकर एक-दो घंूट पानी पिलाना होगा। इस गोली को चबाकर खाना होगा।
उन्होंने बताया कि कृमि के कारण पर्याप्त पोषण आहार लेने के बाद भी बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है। उसका शारीरिक और मानसिक विकास रुक जाता है। कृमि मल के साथ निकलकर भूमि पर फैल जाते हैं। नंगे पांव चलने, फल सब्जियों को बिना ठीक से धोए खाने, भोजन से पहले हाथ नहीं धोने के कारण यह मनुष्य के पेट में पहुंच जाता है।
अस्वच्छता के कारण पेट में तीन प्रकार के कीड़े आमतौर पर पाए जाते हैं। गोल कृमि, धागे जैसी कृमि और अंकुश कृमि। इनकी संख्या पेट मेें जाते ही तेजी से बढ़ती है। ये बहुत होशियार होते हैं और भोजन से केवल पोषक तत्वों का ही अवशोषण करते हैं। पेट में कृमि भार अधिक होने पर पेट फूल जाता है।
8 अगस्त को एक साथ सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों और कालेजों में यह दवा खिलाई जाएगी। छूट गए बच्चों को यह दवा 16 अगस्त को खिलाई जाएगी। किसी भी तरह की जानकारी के लिए राज्य कार्यक्रम समन्वयक मृत्युंजय सिंह, ब्लाक कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनिता से फोन नं. 9993328692 या दीपक सिंह से 9770226364 पर सम्पर्क किया जा सकता है। इस दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है।

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