राजनांदगांव। मोहारा में हरेली तिहार के उपलक्ष्य में आयोजित महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में एमजे कालेज की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर ने ग्रामीण महिलाओं को उत्पादक कार्यों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन महिला सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर कार्य कर रही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेशा चौबे के नेतृत्व में किया गया था। कार्यक्रम में राजनांदगांव सहित आसपास के जिलों की महिलाओं को शामिल किया गया था।शिवनाथ नदी के किनारे गणेश विसर्जन के लिए चिन्हित स्थान पर प्रकृति की गोद में झूले डाले गए थे। सोलह शृंगार कर महिलाओं ने इसमें हिस्सा लिया और झूलों का आनंद लिया। सावन क्वीन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसका ताज रानी नंदिनी चौधरी के सिर पर सजा। इसके अलावा बेस्ट कस्ट्यूम, बेस्ट हेयर स्टाइल, बेस्ट स्माइल जैसी प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। ग्रीन ड्रेस कोड में आई महिलाओं ने रैम्प वाक किया तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती चौबे के साथ ठुमके भी लगाए।
बाल आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे तथा एमजे कालेज भिलाई की निदेशक श्रीलेखा विरुलकर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। उन्होंने महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए उनसे अपने लिए समय निकालने तथा महिलाओं को एकजुट कर समय का सदुपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि उत्पादक कार्यों से जुड़कर महिलाएं न केवल अतिरिक्त धन उपार्जन कर सकती हैं बल्कि इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और वे जीवन में आगे बढ़ सकेंगी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने इस अवसर पर महिलाओं को उनसे जुड़े कानूनों की जानकारी तथा छत्तीसगढ़ में महिलाओं की स्थिति के बारे में जानकारी दी। राजनांदगांव की महिला पुलिस काउंसलर जाहिरा अली, वर्षा अग्रवाल, सरिता भोजवानी व महिला संगठन की सदस्य इंस्पेक्टर सुषमा सिंह, इंस्पेक्टर सतरूपा तारम, इंस्पेक्टर मोनिका ठाकुर एवं अन्य पुलिस कर्मी उपस्थित थीं।