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30 शासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों ने किया साइंस कालेज का भ्रमण

Aug 3, 2019

दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय में छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा निमोरा प्रशिक्षण केंद्र में 21 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे करीब 30 शासकीय महाविद्यालयों के स्नातक एवं स्नातकोत्तर प्राचार्यों ने भ्रमण किया। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. ओ. पी. गुप्ता ने बताया कि 21 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्राचार्यों को एक दिन ए ग्रेड प्राप्त पं. रविशंकर शुक्ल वि. वि. रायपुर तथा ए प्लस ग्रेड प्राप्त साइंस कॉलेज दुर्ग का भ्रमण कराया गया जिसमें यहां प्राप्त उपलब्धियों एवं संसाधनों का विकास वे प्राचार्य अपने-अपने महाविद्यालयों में कर सकें।दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय में छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा निमोरा प्रशिक्षण केंद्र में 21 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे करीब 30 शासकीय महाविद्यालयों के स्नातक एवं स्नातकोत्तर प्राचार्यों ने भ्रमण किया। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. ओ. पी. गुप्ता ने बताया कि 21 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्राचार्यों को एक दिन ए ग्रेड प्राप्त पं. रविशंकर शुक्ल वि. वि. रायपुर तथा ए प्लस ग्रेड प्राप्त साइंस कॉलेज दुर्ग का भ्रमण कराया गया जिसमें यहां प्राप्त उपलब्धियों एवं संसाधनों का विकास वे प्राचार्य अपने-अपने महाविद्यालयों में कर सकें।कार्यक्रम के संचालक आईक्यूएसी सदस्य डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने प्राचार्यों के प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं इसकी महत्ता पर प्रकाश डालते हुए आईक्यूएसी सेल तथा इतिहास विभाग द्वारा निर्मित महाविद्यालय की उपलब्धियों पर आधारित वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया। डॉ. ज्योति धारकर की नेपश्य में आवाज पर आधारित इस डाक्यूमेंट्री फिल्म की सभी प्राचार्यों ने प्रशंसा की।
अपने स्वागत भाषण में डॉ. राजेन्द्र चौबे ने साइंस कालेज दुर्ग को नैक द्वारा ए प्लस ग्रेड भी प्राप्ति का मूलमंत्र महाविद्यालय की एकता एवं समर्पण की भावना को बताया। उन्होंने समस्त प्राचार्यों से अपील की वे अपने स्टाफ पर विश्वास कर स्वच्छंदता पूर्वक उनका मार्गदर्शन करें। प्रभारी प्राचार्य डॉ. ओ. पी. गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि महाविद्यालय के इतिहास में प्रथम वार एक साथ 30 प्राचार्य एक ही समय पर महाविद्यालय पधारे हैं। उच्च शिक्षा विभाग के इस कदम की सराहना करते हुए डॉ. गुप्ता ने कहा कि निश्चित रूप से इस भ्रमण के पश्चात प्राचार्यो को एक नई उर्जा एवं दिशा प्राप्त होगी जिसमें वे अपने महाविद्यालयों का विकास कर सकेंगे।
प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्राचार्यों को 15-15 के दो समूहों में विभक्त कर महाविद्यालय के समस्त महत्वपूर्ण विभागों रसायन, भौतिकी, गणित, भूगभर्शास्त्र, माइक्रोबायलॉजी, बायोटेकनालॉजी, प्राणीशास्त्र, वनस्पतिशास्त्र, ग्रंथालय, स्मार्टक्लासरूम कम्प्यूटर लैब, आईक्यूएसी कक्ष, सेट्रल इन्स्टूमेंटेशन लैब आदि का भ्रमण कराकर महत्वपूण्र जानकारी प्रदान की गई। दो पृथक-पृथक समूहों का नेतृत्व आईक्यूएसी संयोजक डॉ. जगजीत कौर सलूजा तथा रूसा प्रभारी डॉ. व्ही. एस. गीते ने किया।
भ्रमण के पश्चात भूगर्भशास्त्र के सहा. प्राध्यापक डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने पावर पाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से महाविद्यालय की स्थापना से लेकर वर्तमान तक की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। महाविद्यालय की उपलब्धियों एवं प्रस्तुतिकरण तथा महाविद्यालय भ्रमण की प्रशंसा करते हुए दिग्विजय महाविद्यालय, राजनांदगांव के प्राचार्य डॉ. आर. एन. सिंह ने कहा कि सफलता प्राप्ति हेतु मेहनत, लगन व धार आवश्यक है। ये तीनों घटक साइंस कालेज दुर्ग में मौजूद हैं। प्राध्यापकों द्वारा स्थापित स्वयंसेवी संस्था जनउन्न्यन के कार्यों की भी सभी प्राचार्यों ने सराहना की। भ्रमण कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन यूजीसी सेल प्रभारी डॉ. अनुपमा अस्थाना ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय समस्त प्राध्यापक, रजिस्ट्रार आशुतोष साव, मुख्यलिपिक संजय यादव सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।

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