भिलाई। संजय रूंगटा ग्रुप द्वारा संचालित आरएसआर रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज एवं टीक्यूप-3, छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में ‘तकनीकी शिक्षा में संचार का महत्व और विकास’ विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी भोपाल के प्राध्यापक डॉ दीपक कुमार मुख्य वक्ता थे। कार्यशाला के पहले दिन प्रथम सत्र में डॉ दीपक कुमार ने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बताया कि किसी भी स्तर पर अभिव्यक्ति के लिए संचार का कितना महत्व है, साथ ही किसी भी संचार को हम कैसे बेहतर बना सकते हैं। दूसरे सत्र में उन्होंने किसी भी संचार प्रणाली में अवरोध उत्पन्न करने वाले कारकों से अवगत कराया । उनके द्वारा बताई गई गतिविधिया एवं चलचित्र कार्यशाला में उपस्थित सभी सहभागियों के आकर्षण का केंद्र रहा। कार्यशाला के द्वितीय सत्र में प्रतिभागियों कि शंकाओं का समाधान किया गया।
कार्यशाला के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में समूह चर्चा के बारे में बताया जिसमें वक्ता ने समूह-चर्चा एवं तर्क-वितर्क के मध्य असमानताओं को स्पष्ट किया। साथ ही किसी भी समूह चर्चा में अपनाए जाने वाले तथा उपयोग में ना लाए जाने वाले कारकों से अवगत कराया। तत्पश्चात अगले सत्र में अंग्रेजी भाषा में होने वाली आम गलतियों के बारे में चर्चा की गई। कार्यशाला के अंतिम सत्र में उन्होंने किसी भी भाषा का संचार में उपयोग करने के दौरान ध्वनियों के इस्तेमाल संबंधित जानकारी दी, जिसमें उच्चारण एवं आवाज का उतार-चढ़ाव शामिल था। कार्यशाला के अंत में कार्यक्रम समन्वयक डॉ लोकेश सिंह एवं चंद्रभूषण तिवारी ने धन्यवाद भाषण दिया। कार्यक्रम में टीक्यूप -3 की संस्था समन्वयक श्रीमती रिंकी साहू उपस्थित रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में मैकेनिकल विभाग के प्राध्यापक रूपेंद्र कुमार मर्रे एवं अनुराग पटेल समेत अन्य सभी प्राध्यापकों ने अपना योगदान दिया। इस कायर्शाला के सफल आयोजन में ग्रुप चेयरमैन संजय रुंगटा, असिस्टेंट डायरेक्टर मो. शाजिद अंसारी एवं प्रिंसिपल डॉ एस वी देशमुख ने आयोजनकर्ता एवं सभी प्रतिभागियों को बधाई प्रेषित की।