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स्वरूपानंद महाविद्यालय में जल शक्ति योजना और सिंगल यूज प्लास्टिक रोकने कार्यक्रम

Sep 27, 2019

भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा निर्देशित ‘स्वच्छता पखवाड़ा 2019’ का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिएं कराई गयी। प्रधानमंत्री द्वारा चलाये गये अभियान जलशक्ति अभियान और भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन महाविद्यालय की ग्रीन ऑडिट कमेटी और एनएसएस इकाई द्वारा किया गया।भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा निर्देशित ‘स्वच्छता पखवाड़ा 2019’ का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिएं कराई गयी। प्रधानमंत्री द्वारा चलाये गये अभियान जलशक्ति अभियान और भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन महाविद्यालय की ग्रीन ऑडिट कमेटी और एनएसएस इकाई द्वारा किया गया। भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा निर्देशित ‘स्वच्छता पखवाड़ा 2019’ का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिएं कराई गयी। प्रधानमंत्री द्वारा चलाये गये अभियान जलशक्ति अभियान और भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन महाविद्यालय की ग्रीन ऑडिट कमेटी और एनएसएस इकाई द्वारा किया गया।इस कार्यक्रम का समापन व पुरस्कार वितरण समारोह अजय शुक्ला के मुख्य आतिथ्य में संम्पन्न हुआ कार्यक्रम के अध्यक्षता प्राचार्य डॉ.हंसा शुक्ला ने की। ग्रीन आडिट कमेटी की संयोजिका ने पखवाड़े में कराये गये विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी विस्तार में प्रस्तुत की।
इस तारतम्य में सर्वप्रथम ‘जल शक्ति अभियान’ हेतु इच्छुक छात्रों एवं प्राध्यापकों का गठन कर ‘जल शक्ति टीम’ बनाई गयी। जल शक्ति टीम ने हुडको क्षेत्र, मोहलई गांव और भिलाई के विभिन्न सेक्टरों में सर्वे कर, लोगों को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने हेतु समझाइष दी। टीम के सदस्यों ने रैली निकाल कर पानी बचाने और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने हेतु लोगों को प्रेरित किया। ग्राम मोहलई के विभिन्न जल स्त्रोतों का अध्ययन कर उसकी सफाई एवं रख-रखाव के बारे में ग्रामीणों को बताया।
इसी संदर्भ में पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें जल बचाओ के पोस्टर में प्रथम – जी. दिव्याश्री बी.एस.सी. प्रथम माइक्रोबायोलॉजी, द्वितीय – ज्योति बी.एड. प्रथम सेमेस्टर और तृतीय पूजा बी.एड. प्रथम सेमेस्टर रही। स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम – ज्योति – बी.एड. प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय – उज्मा खातून – बी.एस.सी. प्रथम माइक्रोबायोलॉजी, तृतीय – भास्कर, बी.एड. प्रथम सेमेस्टर रहे।
पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता सिंगल यूज प्लास्टिक विषय में प्रथम रेणूका साहू बी.एस.सी. द्वितीय वर्ष, द्वितीय – निकिता – बी.एस.सी. तृतीय वर्ष एवं स्लोगन में प्रथम – अपूर्वा चन्द्रवंशी – बी.एस.सी. तृतीय वर्ष रहे। पोस्टर के निर्णायक – डॉ. रजनी मुदलियार, विभागाध्यक्ष – रसायन शास्त्र और डॉ. नीलम गांधी, विभागाध्यक्ष – वाणिज्य और स्लोगन के निर्णायक डॉ. सुनीता वर्मा, विभागाध्य शिक्षा रहे।
जल शक्ति टीम ने भिलाई के होटलों में पानी बचाने हेतु आधा गिलास जल अभियान की शुरुआत की जिसके तहत छात्र और प्राध्यापिकाएं इंडियन कॉफी हाउस, वेजी इंडिया, तड़का, हरिराज आदि होटलों में ग्राहकों को आधा गिलास पानी देने की अपील की जिससे आधा गिलास पानी बच सकें। छात्रों ने हस्त निर्मित पोस्टर भी लगाये। सभी ने इस अभियान में रुचि दिखाई और आश्वस्त किया कि वे इसमें सहयोग करेंगे।
अजय शुक्ला ने महाविद्यालय द्वारा कराये गये विभिन्न कार्यक्रमों की प्रशंसा की और जल का महत्व बताते हुये छात्रों से यह विनती की जहां कहीं भी नल खुला देखे टोटी बंद करे पानी को व्यर्थ ना बहने दे उन्होंने बिजली की बचत के लिए प्राचार्य को बधाई दी और छात्रों को उनका अनुसरण करने को कहा जब कभी भी कमरे से बाहर जाये लाईट एवं पंखा जरूर बंद करें। स्वच्छता में सहयोगी बनने हेतु सभी को गीला एवं सूखा कचरा अलग करने की समझाइश दी।
विजय कुमार शर्मा पुलिस अधिकारी ने संबोधित करते हुये कहा कि युवाओं का यह प्रयास हमें प्रदूषण से मुक्ति दिलायेगा। उन्होंने कहा आप स्मार्ट बने और स्मार्ट कार्य करें आप हेलमेट लगाये और सड़को पर अपना जीवन सुरक्षित रखें। श्री तिलक षर्मा ने विद्यार्थी को लाइसेंस पहनने हेतु समझाइस दी उन्होंने ट्राफिक नियमों की विस्तृत जानकारी दे कर विद्याथिर्यों को जागरूक किया एवम् कर्तव्यों का निर्वहन करने को कहा।
जल शक्ति अभियान और सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम हेतु कराये गये कार्यक्रमों की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने सराहना करते हुये कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को इस अभियान में भागीदरी करनी होगी। यदि प्रत्येक विद्यार्थी पर्यावरण जागरूकता की शुरूआत अपने घर से करे तो हम बहुत जल्द प्रदूषण मुक्त भारत का निर्माण कर सकेगें। यदि एक बालक अपने पापा को कपड़े थैली ले जाने को कहेगा तो पापा थैली अवश्य लेकर जायेगें। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग है और महाविद्यालय में इस बात का ध्यान रखा जाता है कि पानी का सही उपयोग हो, व्यर्थ पानी न बहें। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग महाविद्यालय एवं केन्टीन में कम हो। उन्होंने छात्रों को ऐसे अभियान में ज्यादा सक्रिय होने की बात कही।
अंत में सभी को जल संरक्षण और प्लास्टिक का उपयोग कम करने मे सहभागिता की षपथ दिलाई गई। डॉ. दीपक शर्मा मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुये प्रदूषण मुक्त भारत के लिए सभी को सहयोग करने कहा। धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती मंजूषा नामदेव सदस्य ग्रीन आडिट कमेटी ने दिया मंच संचालन डॉ.पूनम शुक्ला सहायक प्राध्यापिका शिक्षा विभाग ने किया। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. शमा अफरोज बेग विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी रही, कार्यक्रम में डॉ. एस. रजनी मुदलियार, डॉ. निहारिका देवांगन, श्रीमती सुनीता शर्मा, डॉ.पूनम निकुम्भ, दुर्गावती मिश्रा, श्रीमती मंजुषा नामदेव, श्रीमती शैलजा पवार, डॉ. हेमपुष्पा उर्वशा, राखी अरोरा, डॉ. चैताली मैथ्यू की उपस्थिति रही।

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