रायपुर। संतोष रूंगटा समूह द्वारा संचालित रूंगटा इंटरनेशनल स्कूल में ‘वर्ल्ड एल्डरली डे’ पर संजीवनी वृद्धाश्रम के ज्येष्ठ नागरिकों को आमंत्रित किया गया। ऊर्जा से भरपूर इन ज्येष्ठ नागरिकों ने अपनी प्रस्तुतियों से एक तरफ जहां बच्चों को हैरान कर दिया वहीं यह भी साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक अंक मात्र है। इंसान चाहे तो जीवन पर्यंत मन से युवा रह सकता है। इस कार्यक्रम का आयोजन समूह के चेयरमैन संतोष रूंगटा की प्रेरणा से किया गया था।विद्यालय के डॉयरेक्टर डॉक्टर जवाहर सूरीसेट्टी के मार्गदर्शन में तथा विद्यालय के प्रिंसिपल भार्तन शाह के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य तीन पीढ़ियों को एक साथ लाना था। संजीवनी वृद्धाश्रम में अपना जीवन गुजार रहे इन बुजुर्गों को किसी बात की शिकायत नहीं थी। जितनी जिन्दादिली से उन्होंने अपना कर्मजीवन व्यतीत किया था, उसी जोश-खरोश के साथ वे अपने अवकाश के दिनों का भी लुत्फ उठा रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रजनी मिश्रा व श्रीमती माधुरी पलेटी ने किया।
इस अवसर पर इन बुजुर्गों के साथ एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। इसका विषय वस्तु मोबाइल फोन की तरफ लोगों का बढ़ता रूझान और इसका सामाजिक जीवन एवं मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर था। परिचर्चा का संचालन डॉ जवाहर सूरीशेट्टी ने किया।
कार्यक्रम में विद्यालय के सीबीएसई कॉर्डिनेटर सौरभ पाल, आइबीएमवाईपी कॉर्डिनेटर श्रीमती गगनदीप ढिल्लन व आइबीडीपी कॉर्डिनेटर इराबान हालदार भी उपस्थित थे।