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स्वरूपानंद महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा लघुनाटक प्रतियोगिता का आयोजन

Oct 10, 2019

भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उलक्ष्य में गांधी जी के सिद्धांतों पर आधारित लघुनाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संयोजक शैलजा पवार स.प्रा.शिक्षा विभाग ने कहा कि गांधीजी की बुनियादी शिक्षण पद्धति स्वच्छता अभियान, छुआछूत निवारण सर्वधर्म समभाव, सत्य अहिंसा एवं स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग आदि विचारों को विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिये लघूनाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उलक्ष्य में गांधी जी के सिद्धांतों पर आधारित लघुनाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संयोजक शैलजा पवार स.प्रा.शिक्षा विभाग ने कहा कि गांधीजी की बुनियादी शिक्षण पद्धति स्वच्छता अभियान, छुआछूत निवारण सर्वधर्म समभाव, सत्य अहिंसा एवं स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग आदि विचारों को विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिये लघूनाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।SSSSMV-Skit-01प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने बीएड विभाग की सराहना करते हुये कहा हम गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजली तभी दे पायेंगे जब उनके द्वारा बताये मार्ग पर चलेंगे व अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी से करेंगे। नाटक के मंचन से ना केवल विद्यार्थी बल्कि दर्शक गांधी जी के विचारों को आत्मसार करने हेतु प्रेरित होंगे।
विशेष अतिथि एवं निर्णायक डॉ.व्ही सुजाता ने कहा नाटक गांधी जी के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम है। आज जब धर्म व संप्रदाय के नाम पर झगड़े हो रहे है वो गांधी के सिद्धांतों की प्रासंगिकता बढ़ जाती है। विशेष अतिथि एवं निर्णायक डॉ. सुनीता वर्मा ने कहा कि गांधी जी के विचारों पर आधारित नाटक मंच तक सीमित ना हो कर लोगों को गांधी के संदेशों को अपने जीवन में अपनाने को अभिप्रेरित करें। डॉ. पूनम निकुम्भ विभागध्क्ष शिक्षा विभाग ने कहा गांधीजी के बताये सिद्धांतों एवं विचारों को अपनाना होगा तभी गांधीजी का विश्वशांति का सपना साकार होगा। उद्बोधन के पश्चात शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों ने समूह के साथ गांधीजी के विचारों पर आधारित नाटक का मंचन प्रारंभ किया।
भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उलक्ष्य में गांधी जी के सिद्धांतों पर आधारित लघुनाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संयोजक शैलजा पवार स.प्रा.शिक्षा विभाग ने कहा कि गांधीजी की बुनियादी शिक्षण पद्धति स्वच्छता अभियान, छुआछूत निवारण सर्वधर्म समभाव, सत्य अहिंसा एवं स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग आदि विचारों को विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिये लघूनाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।प्रथम स्थान प्राप्त खुशबू समूह बी.एड. प्रथम सेमेस्टर ने घर-घर में शौचालय बनाने की योजना व खुले में शौच न करने का संदेश दिया व कहा कचरा सड़क में न फेंक कर कचरा पेटी में ही डाले जब हम स्वयं घर को स्वच्छ रखते है तो सड़क व देश को गंदा क्यों कर रहे है। वही दूसरे स्थान पर रही विद्या एवं समूह बी.एड. तृतीय सेमेस्टर ने साबरमती के संत तुझे सलाम गाते हुये बताया एक चरखा, एक लाठी, और आजादी की मुश्किल डगर पर उन्होंने देश को अहिंसा के सिद्धांतों के बल पर आजादी दिलाई गांधी व्यक्ति नहीं एक विचारधारा थे एक सिद्धांत थे उसे हमने आज किताबों में बंद कर दिया है। तृतीय स्थान पर रोजश समूह ने बताया हमें गंदगी नहीं करनी है व गंदगी करने वाले को रोकना है साथ ही सूखे व गीले कचरे को अलग-अलग रखने की सलाह दी जिससें पर्यावरण संरक्षण में मद्द मिल सकें। सात्वना पुरस्कार प्राप्त खुशबू समूह बी.एड. प्रथम सेमेस्टर ने सम्प्रदायिकता को भूल एकता का संदेष दिया और बताया हम सब भारतवासी एक है भले ही हमारी जाति व धर्म अलग-अलग है।
अंकिता समूह ने अपने नाटक के माध्यम से बताया कि राजनीतिक स्वच्छता जरूरी है। राजनेता छवि जितनी स्वच्छ होगी व उतने ही जनता के करीब होंगे।
कार्यक्रम में विद्याथिर्यों ने गांधी जी के विचारों उनके शिक्षा दर्शन सिद्धांतों एवं मान्यताओं पर आधारित नाटक के मंचन से दषर्कों की वाह-वाही बटोरी व महाविद्यालय संभागार दषर्को की तालियों से गुंजता रहा। ऐसा प्रतीत हो रहा था महाविद्यालय गांधी के सिद्धांतों से गुंजायमान हो रहा है वही तसल्ली भी थी देष के भावी नेतृत्व क्षमता गांधी के सिद्धांतों के पालन के लिये दृढ़ संकल्पित होंगे।
कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ.पूनम षुक्ला स.प्रा. शिक्षा विभाग व धन्यवाद कार्यक्रम प्रभारी स.प्रा.शैलजा पवार ने दिया। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के प्राध्यापक/प्राध्यापिकायें व छात्र/छात्रायें उपस्थित हुये।

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