दुर्ग। विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी पीजी कालेज दुर्ग में महान वैज्ञानिक सीवी रमन का जन्मदिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भौतिक शास्त्र विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्राध्यापकों द्वारा सर सीवी रमन के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। विभागाध्यक्ष डॉ. पूर्णा बोस, डॉ. जगजीत कौर सलूजा एवं डॉ. अनिता शुक्ला ने नोबेल विजेता सर सीवी रमन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। सीतेश्वरी चन्द्राकर एवं डॉ. अभिषेक मिश्रा ने रमन प्रभाव तथा सर सीवी रमन से संबंधित शोध के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि किस प्रकार साधारण शैली अपनाते हुए अपने परिश्रम एवं सतत् प्रयास से विज्ञान के क्षेत्र के उच्चतम शिखर को छुआ जा सकता है। सन् 1930 में उन्हें नोबेल पुरस्कार, 1954 में भारतरत्न तथा 1957 में लेनिन शांति पुरस्कार प्रदान किया गया। आज वैज्ञानिक वातावरण निर्माण करने की आवश्यकता है तथा उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान में लगे हुए विद्यार्थियों को वैज्ञानिक प्रक्रिया अपनाते हुए समस्याओं का समाधान खोजना चाहिए, ताकि देश वैज्ञानिक प्रगति में अग्रिम रहे।
भौतिकी परिषद के सचिव लक्ष्मी प्रसाद मिश्रा ने सर सी वी रमन की उपलब्धियों को विडियो के माध्यम से प्रस्तुत किया। समता सलेचा एवं आकर्षित ने उनकी कार्यशैली के बारे मे बताया जिसके फलस्वरूप सर सी वी रमन ने 28 फरवरी सन् 1928 को रमन प्रभाव की खोज की। कार्यक्रम का संचालन प्रतिक्षा तिवारी ने किया तथा इस अवसर पर एम. एस. सी. प्रथम, तृतीय सेमेस्टर भौतिकशास्त्र की छात्र-छात्राएं उपस्थित थी। प्राचार्य डॉ. आर. एन. सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से विद्यार्थियों को वैज्ञानिकों के बारे में जानकारी प्राप्त होती है जिससे उन्हें भविष्य में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।