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डीएवी इस्पात पब्लिक स्कूल में संविधान दिवस का गरिमापूर्ण आयोजन

Nov 28, 2019

Constitution Day celebrated at DAV Ispat Public Schoolभिलाई। डीएवी इस्पात पब्लिक स्कूल सेक्टर 2 ने 26 नवंबर को संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर एक विशेष सभा का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के काउंसिल के सदस्यों ने संविधान के निर्माण संबंधी जानकारी को बड़े ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि, भारत का संविधान भारत का सर्वोच्च विधान है जो 26 नवंबर 1949 को पारित हुआ था। 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया। इसीलिए हर वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस तथा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। Constitution Day celebrated at DAV Ispatछात्रों ने बताया कि, हमारा संविधान किसी भी गणतांत्रिक देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है। भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से तैयार होने में 2 वर्ष 11 महीने तथा 18 दिन का समय लगा ।आज भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद ,12 अनुसूचियाँ हैं। इसके अनुसार केंद्रपालिका का संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति होता है। हमारा संविधान आयरलैंड, ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा तथा रूस आदि देशों के संविधानों से प्रभावित है। भारतीय संविधान का जनक डॉ भीमराव अंबेडकर को माना जाता है। जो संविधान सभा के अध्यक्ष थे। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने संविधान के निर्माण के समय संशोधन का एक प्रावधान रखा। जिस कारण समय तथा आवश्यकता के अनुसार हमारे संविधान में आवश्यक संशोधन किए जाते रहे हैं। हमारे संविधान की प्रमुख विशेषताएँ- धर्मनिरपेक्षता, संघवाद, संसदीय सरकार। संविधान में नागरिकों के लिए कुछ मौलिक अधिकार तथा कर्तव्यों को भी स्थान दिया गया है। जिनका पालन हर भारतीय नागरिक के लिए करना अनिवार्य है। इस अवसर पर विद्यालय में उपस्थित छात्रों तथा शिक्षकों ने संविधान के हर नियम का पूरे अंत: करण से पालन करने की शपथ ली। छात्रों ने भारत की एकता तथा अखंडता की अवधारणा को याद दिलाया। क्योंकि यह हमारे संविधान की नींव है ।इसके साथ ही उन्होंने डॉ बी आर अंबेडकर को श्रद्धांजलि भी दी।
इस अवसर पर मुंबई में हुए 26/ 11/ 2008 के आतंकवादी हमले में शहीद हुए लोगों को भी भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस हमले के बारे में बताते हुए विज्ञान शिक्षक श्री शुभंकर मंडल ने शहीद तुकाराम तथा उन्नीकृष्णन तथा अन्य जवानों को याद किया इसके साथ ही उन्होंने उस हर व्यक्ति को श्रद्धांजलि दी जिसका जीवन हमले ने छीन लिया था। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती भाशवती बोस ने किया।

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