भिलाई। डीएवी इस्पात पब्लिक स्कूल सेक्टर 2 में पुस्तकालय सप्ताह का आयोजन किया गया। 20 से 26 नवम्बर तक चले इस सप्ताह में बच्चों तथा शिक्षकों को पुस्तकालय के महत्व के बारे में बताया गया। विद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष पवन पटेल ने अनेक गतिविधियों तथा प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। जिसमें सामान्य ज्ञान की क्विज प्रतियोगिता, पुस्तकों की समीक्षा, पुस्तकों में कवर पेज के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, बुकमार्क बनाने की प्रतियोगिता तथा निबंध लेखन प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। छात्रों ने एक लंबा समय पुस्तकालय में व्यतीत किया। डॉ. एस रंगनाथन को पुस्तकालय विज्ञान का जनक माना जाता है। पुस्तकालय न सिर्फ विद्यालयों बल्कि कार्यालयों तथा अन्य समुदाय स्थलों के लिए भी उपयोगी है। जिससे लोगों में पुस्तकों को पढ़ने की रुचि, उनका ज्ञान बढ़ता हैं तथा ऐसी पुस्तकें जो जन सामान्य के लिए खरीद पाना संभव नहीं है, वह भी पढ़ने के लिए सामान्य दरों पर उपलब्ध हो जाती हैं। इसीलिए माना जाता है कि पुस्तकालय व्यवसाय नहीं बल्कि एक प्रकार की जनसेवा है जिसमें सारे समाज को आगे बढ़कर अपना योगदान देना चाहिए।
विद्यालय में पुस्तकालय का अपना अलग ही एक महत्व है। क्योंकि यहाँ पर छात्रों के सीखने की नींव पड़ती है। उनके ज्ञान का विस्तार होता है। पुस्तकालय में उपलब्ध विभिन्न विषयों तथा विषयएतर ,अनेक पुस्तकें बच्चों के सर्वांगीण विकास में अपना अप्रतिम सहयोग देती हैं। वैसे भी कहा गया है, पुस्तकें हमारी सबसे अच्छी मित्र होती हैं। आज के समय में पुस्तकालय का महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि आज के समय में जब इंटरनेट पूरी तरह से हावी है ,उस समय पुस्तकों का लेखन उनका पठन इन दोनों पर ही प्रश्न चिन्ह लग गया है। किंतु इस बात से बिल्कुल भी इनकार नहीं किया जा सकता, कि पुस्तकें लिखना और उनको पढ़ना और अपने ज्ञान का विस्तार करना अत्यंत आवश्यक है। इस सप्ताह के आयोजन के पीछे सबसे बड़ा उद्देश्य यही था, कि बच्चों में पुस्तकालय तथा पुस्तकों के प्रति रुचि उत्पन्न हो और साथ ही वे इसका महत्व समझ सकें।