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बायो-टेक्नोलॉजी में है रोजगार, शोध और उद्यम की अनन्त संभावनाएं : डॉ शिल्पी

Nov 14, 2019

जीडीआरसीएसटी में जैव प्रौद्योगिकी पर आमंत्रित व्याख्यान का आयोजनGuest lecture on Bio-Tech in GDRCST

भिलाई। संतोष रूंगटा समूह द्वारा संचालित जीडी रूंगटा कालेज ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में जैव प्रौद्योगिकी पर आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया। कलिंग विश्वविद्यालय की विषय विशेषज्ञ डॉ शिल्पी श्रीवास्तव मुख्य वक्ता थीं। डॉ शिल्पी ने कहा कि बायो टेक्नोलॉजी एक अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है जिसमें करियर के अनेक विकल्प मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि जैव प्रौद्योगिकी आपके किचन से लेकर खेतों तक फैला हुआ एक विस्तृत विषय है जिसमें काफी काम हो रहा है। भिलाई। संतोष रूंगटा समूह द्वारा संचालित जीडी रूंगटा कालेज ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में जैव प्रौद्योगिकी पर आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया। कलिंग विश्वविद्यालय की विषय विशेषज्ञ डॉ शिल्पी श्रीवास्तव मुख्य वक्ता थीं। डॉ शिल्पी ने कहा कि बायो टेक्नोलॉजी एक अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है जिसमें करियर के अनेक विकल्प मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि जैव प्रौद्योगिकी आपके किचन से लेकर खेतों तक फैला हुआ एक विस्तृत विषय है जिसमें काफी काम हो रहा है।उन्होंने कहा कि बायो टेक्नोलॉजी एवं बायो केमिस्ट्री ऐसे विषय हैं जिसका स्कोप व्यापक है। खेती से लेकर उद्यानिकी, वानिकी, रसोई से लेकर पूजा घर, सफाई से लेकर प्रसाधन सामग्री के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। विभिन्न प्रकार के सौंदर्य प्रसाधन निर्माण के क्षेत्र में शोध एवं विनिर्माण की संभावनाएं हैं। यह एक विशाल उद्योग है जिसमें रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।
डॉ. शिल्पी ने बायो केमेस्ट्री में शोध कर अपने नाम पेटेंट कराने के लिए छात्रों को प्रेरित किया। अनेक उदाहरण देते हुए उन्होंने केमिकल के उपयोग में सावधानी के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि पढ़ाई केवल डिग्री हासिल करने तक समित न रहे। कुछ नया कर गुजरने की अभिलाषा रहे तो हम एक मुकाम हासिल कर सकते हैं।
केमेस्ट्री इंडस्ट्री में रिसर्च के लिए हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एक्सिलेंस अवार्र्ड से नवाजी गर्इं डॉ. शिल्पी श्रीवास्तव ने आरंभ में बीएससी के विद्यार्थियों से हाइड्रो कार्बन, एरोमेटिक, मोनो साइक्लिक, एरोमेटिक कंपाउंड, विशेषकर बेंजीन पर महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं।
प्रो. रचना तिवारी सहित छात्रा बरखा सोनी, रूपांजली दुबे ने प्रयोगशाला संंबंधी सवाल पूछे तथा कुछ उत्पादों पर भी सारगर्भित चर्चा की।
अतिथि व्याख्यान एवं कार्यशाला का आयोजन बीएससी व एमएसी के विद्यार्थियों के लिए एचओडी डॉ. अरूंधती खंडेलवाल के मार्गदर्शन में किया गया। प्रो. प्रियंका सिंह के संचालन में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंग किया गया।

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