भिलाई। खेलना बच्चों का अधिकार है, इस बात को ध्यान में रखते हुये माइलस्टोन जूनियर, जुनवानी, भिलाई में बाल दिवस का आयोजन किया गया। जिसे बच्चों ने सिर्फ और सिर्फ खेल कर मनाया। शाला के कोर्टयार्ड में खेल की विभिन्न सामाग्रियों जैसे बॉल, किचनसेट, बैंडमिंटन, क्रिकेट, हॉकीसेट, बॉक्सिंग, झूले, फिसलपट्टी आदि अनेक चीजों को बच्चों को उपलब्ध कराया गया। बच्चों ने अपनी पसंदीदा खेल को स्वयं ही चुना तथा शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया। माइलस्टोन में बच्चों के खोये हुये बचनप को लौटता देखना एक सुखद अनुभूति थी। कोर्इ्र बच्चे बॉल के पीछे दौड़कर, कोई खिलौनों से खेलकर तथा कोई चिल्लाते हुऐ दौड़कर ताली बजाते हुये अपनी खुषी का इजहार कर रहा था। किसी ने गुड़ियो से खेल कर तो किसी ने गिटार या तबला बजाकर, कार/जीप चलाकर ब्लॉक जमाकर एवं कैनवास पर हाथ आजमाकर भरपूर आनंद उठाया
माइलस्टोन संचालिका ममता शुक्ला ने बताया कि खेल बच्चों के संपूर्ण विकास के लिये अत्यंत आवश्यक है। बच्चे खेल के द्वारा हारना और हराना सीखते है, शारीरिक तौर पर मजबूत होने के साथ ही सामाजिक रूप से भी मजबूत होते है।
वर्तमान समय में पढ़ाई एवं अन्य दबाव के चलते बच्चों का बचपन खोता चला जा रहा है, जिसे माइलस्टोन में सहेजने का पूरा प्रयास किया जाता है।