भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित आठ दिवसीय रंगारंग कार्यक्रम ‘भागवतम’ का भव्य शुभारंभ महाविद्यालय की निदेशक एवं प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह तथा अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव द्वारा मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह ने उद्बोधन में बताया कि महाविद्यालय की यह एक ऐतिहासिक पहल है जिसमें समस्त छात्र-छात्राओं ने मतदान द्वारा अपने प्रतिनिधियों को चुन कर उन्हें अध्यक्ष बनाया और इस कार्यक्रम का संचालन कर रहे है। चुने गए इन प्रतिनिधियों में अमन राजपूत, एम.कॉम. एवं सिद्धी बीएससी द्वितीय शामिल हैं। महाविद्यालय के 5 विभिन्न संकायों वाणिज्य, प्रबंधन, शिक्षा, विज्ञान एवं कला की टीमें एक ही मंच पर एक साथ प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दुर्ग-भिलाई में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करने वाला हमारा महाविद्यालय प्रथम है तथा विद्यार्थियों को शुभकामनाएं प्रेषित की।
महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस तरह के आयोजन से विद्यार्थियों में टीम भावना एवं नेतृत्व के गुणों का विकास होता है। कार्यक्रम के प्रारंभ में ‘महाविद्यालय गान’ का विद्यार्थियों द्वारा नृत्य प्रस्तुतिकरण किया गया। तत्पश्चात प्रतियोगिताओं का प्रारंभ हुआ। पहली प्रतियोगिता एकल नृत्य के रूप में पांचों टीमों द्वारा प्रस्तुत की गई। जिसके निर्णायकगण महाविद्यालय की भूतपूर्व छात्रा ईजा मारिया एवं मनीषा विकलकर थी। दूसरी प्रतियोगिता में हनुमान चालीसा पाठ पांचों टीमों द्वारा किया गया।
एकल नृत्य विजेता प्रथम प्रबंध संकाय, द्वितीय वाणिज्य संकाय, तृतीय कला संकाय रही। गायन प्रतियोगिता में विज्ञान संकाय विजेता, शिक्षा एवं प्रबंधन सह उपविजेता तथा वाणिज्य संकाय तृतीय स्थान पर रहा। कार्यक्रम की तीसरी विजेता प्रतियोगिता हनुमान चालिसा पाठ थी। जिसमें प्रथम स्थान पर प्रबंधन संकाय, द्वितीय पर शिक्षा एवं तृतीय पर विज्ञान संकाय विजयी रही।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गंगाजली शिक्षण समिति के चैयरमेन आई.पी. मिश्रा जी ने विद्याथिर्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों में हनुमान चालीस पाठ की प्रतियोगिता अपने आप में एक मिसाल है जो विद्यार्थियों कोे अपने धर्म और संस्कृति से जोड़ता है। उन्होंने रामायण के चैपाई का पाठ किया तथा उनके अर्थ समझाये। कार्यक्रम का संचालन छात्रा आकांक्षा यादव ने किया।