भिलाई। संतोष रूंगटा समूह भिलाई-रायपुर के रूबी (रूंगटा इंक्यूबेशन सेल) एवं वाधवानी फाउंडेशन तथा एमएचआरडी आइआइसी (मानव संसाधन विकास मंत्रालय से संबद्ध संस्थागत नवाचार परिषद) के संयुक्त तत्वावधान में 1-डॉलर वेन्चर का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन युवाओं में पूंजी, व्यवसाय तथा विपणन में नवाचारों के प्रति रूझान उत्पन्न्न करने के लिए किया गया। छह टीमों ने इस ईवेन्ट में नई तरकीबों का भरपूर उपयोग किया। विपणन कौशल, कमाई एवं प्रस्तुति के आधार पर विजेताओं की घोषणा की गई। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।रूबी ई-सेल द्वारा युवाओं में उद्यमिता के प्रति रुझान उत्पन्न करने के लिए विभिन्न आयोजन किये जाते हैं। रूंगटा समूह के कोहका-कुरुद कैम्पस में आयोजित इस ईवेन्ट के लिए सबसे पहले प्रतिभागियों का अधिष्ठापन किया गया। सेल के सदस्यों ने उन्हें आयोजन के विभिन्न चरणों एवं नियमों की जानकारी देने के साथ ही तैयारियों में भी उनकी मदद की।
प्रतिभागी टीमों ने भरपूर उत्साह के साथ इस ईवेन्ट में भाग लिया। उन्होेंने विपणन की नई तकनीकों के साथ ही कौशल का भी प्रदर्शन किया। सेल के सदस्यों ने प्रत्येक चरण में उनकी उपलब्धियों एवं विकास की निगरानी की। प्रतियोगिता के बाद सभी प्रतिभागी ए ब्लाक के एसबी-04 में एकत्र हुए। यहां रूबी की कोर टीम के सदस्यों ने उन्हें रूबी के उद्देश्यों की जानकारी प्रदान की। साथ ही उन्हें एनईएन 1 डॉलर वेंचर के बारे में भी बताया। प्रतिभागियों से पूछा गया कि यह ईवेन्ट उन्हें कैसा लगा, क्या सीखने को मिला और अपने भावी करियर में यह किस तरह से सहयोगी सिद्ध हो सकता है।
विपणन कौशल, कमाई एवं प्रस्तुति के आधार पर डीन डॉ मनोज वर्गिस ने विजेताओं की घोषणा की। विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करने के साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।
समूह के चेयरमैन संतोष रूंगटा ने कहा कि अकादमिक ज्ञान का प्रायोगिक उपयोग ही सफलता का मूल मंत्र है। यह ईवेन्ट इस दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। युवा मन में तरह-तरह के विचार आते हैं पर जोखिम लेने की क्षमता नहीं होने के कारण इनमें से अधिकांश विचार समय से पहले दम तोड़ देते हैं। रूबी द्वारा विद्यार्थियों को अपनी धारणाओं को मूर्त रूप प्रदान करने और आजमाने का अवसर प्रदान किया जाता है।