भिलाई। जीवन में एफआईआर का दाग लग जाए, तो आप कितनी भी योग्यता हासिल कर लें पर पुलिस थाने और कोर्ट से आपका जीवन भर पीछा नहीं छुटेगा। नशे से दूर रहकर अपनी शारीरिक, मानसिक, अध्यात्मिक सहित शैक्षणिक योग्यता की शक्तियों का सदुपयोग करते हुए जीवन में कुछ ऐसा रचनात्मक कर गुजरें कि आप लोगों के लिए एक उदाहरण बन जाएं। सोशल मीडिया पर पोस्ट करते समय सावधान रहें वरना लेने के देने पड़ सकते हैं। यह बात लीगल अवेयरनेस शिविर में विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के सचिव राहुल शर्मा ने संतोष रूंगटा ग्रुप कॉलेजेस आफ कुरूद भिलाई के आडिटोरियम में छात्र-छात्राओं को साइबर क्राइम से सावधान करते हुए कही। सचिव शर्मा ने अनजाने में होने वाले अपराधों की जानकारी दी। बताया किसी को किसी भी रूप में तंग करना कानूनन अपराध है। खासकर सोशल मिडिया पर सावधान रहें। किसी व्यक्ति या समुदाय के खिलाफ ट्विटर, फेसबुक, वाट्सएप पर गलत टिप्पणी आपको जेल तक पहुंचा सकती है।
समाज और देश के प्रति निभाएं जिम्मेदारी
इस दौरान छात्र-छात्राओं को माता-पिता के साथ, समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए सचिव राहुल शर्मा ने कहा पालक आपसे बड़ी उम्मीद के साथ शिक्षा अध्ययन करा रहे हैं। अपनी योग्यता से समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी निभाएं। वहीं पर्यावरण के प्रति भी सचेत किए। कहा पन्नी का उपयोग बिल्कल न करें। हमारे पशुधन को बड़ा नुकसान हो रहा है। पन्नी से बने राष्ट्रध्वज का कदापि उपयोग न करें। यह नियमों के खिलाफ है। आज जो स्वच्छ वातावरण तैयार करेंगे वहीं आगे लाभ देगा। बिना हेलमेट, सीटबेल्ट बांधे वाहन का उपयोग गलत है। बच्चे भी कोर्ट में नजर आए यह अच्छा नहीं लगता। इस दौरान गरीब वर्ग को लीगल एड की सहायता के बारे में आम लोगों को बताने की अपील की।
इस दौरान एडवोकेट व लीगल एडवाइजर महिला सेल संगीता सिंग ने विद्याथिर्यों को अपनी संस्कृति पर गर्व करने की बात कहते हुए सोशल मिडिया के गलत उपयोग से बचने की सीख दीं। कहा विचारों में खुलापन अच्छी बात है पर इसके जरिए दोस्ती के नाम पर युवक-युवतियां जो गलतियां कर बैठते हैं उसमें जीवन भर पछताना ही है। छात्राओं को किसी शारीरिक, मानसिक या अन्य परेशानी या प्रताडऩा पर आसीडब्ल्यू की जानकारी देते हुए महिला सेल और 112 नंबर पर सहयोग लेने व अपनी सहायता प्रदान करने की बात कही।
जामुल थाना प्रभारी लक्ष्मण कुमेती ने भी विद्याथिर्यों को मोटिवेट करते हुए उन्हें अपने-माता पिता की सीख याद दिलाई। कहा आपके लक्ष्य में जो बाधक तत्व हैं उनसे दूर रहें, नहीं तो एक अपराध का दाग नौकरी से दूर कर देगा। किसी मोबाइल पर प्लस के निशान को कभी फालो न करें।
अंत में रूंगटा समूह के चेयमेन संतोष रूंगटा ने जिला विधिक सचिव व अन्य मार्गदशर्कों का आभार मानते हुए ऐसे अवेयरनेस प्रोग्राम के लिए कृतज्ञता जताई। बच्चों से कहा विद्यार्थी जीवन में जितना अनुशासित रहोगे उतना ही जीवन उज्ज्वल होगा। इस दौरान जिला न्यायालय के एडवोकेट संजीव मिश्रा, आशीष तिवारी, साकेत मिश्रा, उत्तम चौधरी, सुनील रिगरी, रविभूषण शर्मा, जितेंद्र सिंग, चंद्रभान सेंगर, धीरेंद्र बघेल, यूसुफ अहमद, धर्मेंद्र निर्मल मौजूद थे।