• Thu. Mar 28th, 2024

Sunday Campus

Health & Education Together Build a Nation

स्वरूपानंद महाविद्यालय में संविधान पर परिचर्चा का आयोजन

Nov 28, 2019

भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको में शिक्षा विभाग द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें निबंध प्रतियोगिता, प्रश्नमंच एवं मौलिक कर्तव्यों पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। निबंध का विषय ‘संविधान एवं मौलिक कर्तव्य’ जिसकी शब्द सीमा 1500 दी गई थी। इसमें प्रथम स्थान- खेमा साहू -बी.एड. प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय स्थान- वर्षा महोबिया- बी.एड. प्रथम सेमेस्टर एवं दिव्या चंद्राकर- बी.एड. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा ने प्राप्त किया।भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको में शिक्षा विभाग द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें निबंध प्रतियोगिता, प्रश्नमंच एवं मौलिक कर्तव्यों पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। निबंध का विषय ‘संविधान एवं मौलिक कर्तव्य’ जिसकी शब्द सीमा 1500 दी गई थी। इसमें प्रथम स्थान- खेमा साहू -बी.एड. प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय स्थान- वर्षा महोबिया- बी.एड. प्रथम सेमेस्टर एवं दिव्या चंद्राकर- बी.एड. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा ने प्राप्त किया। भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको में शिक्षा विभाग द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें निबंध प्रतियोगिता, प्रश्नमंच एवं मौलिक कर्तव्यों पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। निबंध का विषय ‘संविधान एवं मौलिक कर्तव्य’ जिसकी शब्द सीमा 1500 दी गई थी। इसमें प्रथम स्थान- खेमा साहू -बी.एड. प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय स्थान- वर्षा महोबिया- बी.एड. प्रथम सेमेस्टर एवं दिव्या चंद्राकर- बी.एड. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा ने प्राप्त किया।प्रश्न मंच प्रतियोगिता के अंर्तगत चार समूहों (ए)-भास्कर एवं समूह (बी)- निवेश एवं समूह (सी)- माधुरी एवं समूह (डी)- रेनुका एवं समूह का निर्माण किया गया जिसमें अधिकांश प्रश्न मौलिक कर्तव्य धारा 370, संविधान में शैक्षिक अवसरों की समानता से संबंधित थे। जैसे हमारे संविधान के निर्माता कौन थे? और इसे कब लागू किया गया, वतर्मान में जम्मू व काश्मीर से सबंधित संविधान की कौन सी धारा हटायी गयीं और कब। प्रथम – माधुरी एवं समूह द्वितीय – रेनुका एवं समूह तृतीय निवेष एवं समूह के छात्रों ने प्राप्त किया। प्रष्नमंच का संचालन स.प्रा. शिक्षा श्रीमती षैलजा पवार ने किया।
परिचर्चा प्रतियोगिता का मुख्य विषय- मौलिक कर्तव्यों पर आधारित था जिसमें आत्मविश्वास के साथ विद्यार्थियों ने अपने विचार प्रस्तुत किये, जिसका मूल्यांकन निर्णायक समूह द्वारा भाषा में प्रवीणता, आत्मविश्वास एवं विषयवस्तु के आधार पर किया गया जिसमें प्रथम स्थान – दीपिका देवांगन बी.एड.(प्रथम सेमेस्टर), द्वितीय स्थान – नीलम यादव बी.एड. (प्रथम सेमेस्टर) ने प्राप्त किया।
संविधान फेस्ट के दूसरे दिन सेमिनार प्रस्तुत किया गया जिसमें रश्मि कंवर, रचना, सूरज ने आर्टिकल 370 पर अपने विचार रखे। जम्मू एवं काश्मीर को अपना संविधान, अपना झंडा, दोहरी नागरिकता एवं सम्पत्ति रखने का अधिकार नही था, किंतु धारा 370 के हट जाने से जम्मू काश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सभी नागरीक एक है एवं एक देश एक झंडे के सपने को हम पूर्ण कर सकें।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारीे डॉ. दीपक शर्मा ने विजयी विद्यार्थियों को बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से विद्यार्थियों को अपने संविधान एवं मौलिक कर्तव्यों को जानने का अवसर मिलता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला उपस्थित थी। उन्होंने कहा कि संविधान अर्थात एवं विधान, प्रत्येक भारतीय नागरिक को संविधान समान अवसर प्रदान करता है। हमें गर्व होना चाहिए कि हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है। किसी भी प्रतियोगिता में जीत या हार महत्वपूर्ण नही है, अपितु आपका उसमें प्रतिभागी होना अति महत्पूर्ण है। इस कार्यक्रम की संयोजिका स.प्रा. श्रीमती शैलजा पवार एवं स.प्रा. श्रीमती मंजूषा नामदेव थी। आभार प्रदर्शन दुर्गावती मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में डॉ. सावित्री शर्मा, डॉ. पूनम शुक्ला, श्रीमती उषा साहू एवं स.प्रा. श्रीमती मंजू कनौजिया उपस्थित थी।

Leave a Reply