जीडीआरसीएसटी के विद्यार्थियों ने किया इंडस्ट्रियल विजिट
भिलाई। संतोष रूंगटा समूह द्वारा संचालित जीडी रूंगटा कॉलेज आफ साइंस एंड टेक्नॉलाजी के बीकाम के विद्यार्थियों ने अक्षय पात्र संस्था का अवलोकन किया। इंडस्ट्रियल विजिट कार्यक्रम के तरह बच्चे सेक्टर-6 स्थित संस्था के केन्द्र में पहुंचे थे। इस संस्था ने 7 मिनट में 100 किलो चावल पकाकर विश्व रिकार्ड अपने नाम किया है। यह स्कूली बच्चों को स्वच्छ, पौष्टिक अपरान्ह भोजन उपलब्ध कराता है। अक्षयपात्र फाउंडेशन दुर्ग जिले की सभी सरकारी स्कूलों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराता है। यह पूरी प्रक्रिया मशीनीकृत है जिसमें भोजन के साथ मानव सम्पर्क कम से कम होता है। भोजन तैयार करने के बाद उसे स्कूलों तक निर्धारित समय में किस तरह पहुंचाया जाता है, इसकी व्यवस्था का भी विद्यार्थियों ने अवलोकन किया।
फाउंडेशन के अध्यक्ष ने जानकारी दी कि एनजीओ एंड इंप्लीमेंटिंग पार्टनर से संचालित पूरक आहार मिड डे मिल यहां 2009 से तैयार किया जा रहा है। संस्था का लक्ष्य अधिक से अधिक बच्चों को पोषक आहार उपलब्ध कराना है। वर्तमान में यहां से 200 स्कूलों में 3 से 15 साल तक के 30,000 बच्चों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। मशीन से भोजन तैयार करने के लिए 20 कर्मचारी अनाज व मसालों की निर्धारित मात्रा की देख-रेख करते हैं। वे इस दौरान सावधानी के साथ सफाई और क्वालिटी का विशेष ध्यान रखते हैं।
बच्चों के स्वास्थ्य व उनके लिए अच्छी योजना सहित अनेक उपलब्धियों के लिए अक्षय पात्र को 2016 में नेशनल अवार्ड प्रदान किया गया है। संस्था कई राज्यों में बाढ़ पीड़ितों की मदद कर चुकी है। संस्था ने 7 मिनिट में 100 किलो चावल तैयार कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
इस दौरान विद्यार्थियों ने विभाग की एचओडी नेहा सोनी, फैकल्टी नेहा यादव, सौरभ गुहा, गार्गी शर्मा के मार्गदर्शन में मशीनों की देख-रेख, स्तरीय खाद्य सामग्री और टाइम मैनेजमेंट व कम लागत में किस तरह बच्चों तक भोजन पहुंचाते हैं इस पर फाउंडेशन प्रबंधन से चर्चा की। वहीं प्रबंधन ने विद्यार्थियों को अनेक व्यावहारिक बातें व अच्छे विचारों के साथ सामाजिक सेवा पर जानकारी उपलब्ध कराई।