भारत स्वाभिमान न्यास के साथ किया कोर्स के संचालन हेतु एमओयू
भिलाई। भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा हॉस्पीटल सेक्टर में संचालित भिलाई महिला महाविद्यालय की छात्राएं अब अपने रेगुलर कोर्स के साथ-साथ बाबा रामदेव के भारत स्वाभिमान न्यास द्वारा सर्टिफाइड योग कोर्स भी कर सकेंगी। इस संबंध में कॉलेज तथा भारत स्वाभिमान न्यास के मध्य एक मेमोरेण्डम ऑफ़ अण्डरस्टैण्डिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गये और साथ ही महाविद्यालय के बीएड की छात्राओं के लिये इस एड-ऑन योग सर्टिफिकेट कोर्स की एक बैच भी प्रारंभ हो गई है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में उपस्थित भिलाई महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. संध्या मदनमोहन ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता है। योग के इस कोर्स को केवल सर्टिफिकेट कोर्स न समझकर जीवन की उपयुक्तता समझकर आत्मसात करना आवश्यक है। उन्होंने अपनी जीवनशैली में समय पर भोजन और पूर्ण निद्रा को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट के सचिव सुरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि करोगे योग तो रहोगे निरोग इस कथन को सभी अपने जीवन में उतारें। उन्होंने कहा कि ओम् के नियमित उच्चारण मात्र से ही बहुत सी बिमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। महाविद्यालय के शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. मोहना सुशांत पंडित ने प्रारंभ किये गये इस एड-आॅन रोजगारोन्मुखी योग सर्टिफिकेट कोर्स के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बी.एड. की छात्रायें अपने रेगुलर कोर्स के साथ निर्धारित समय सीमा के 250 घण्टे के इस योग प्रशिक्षण शिविर में भाग लेकर संबंधित परीक्षा उत्तीर्ण कर पतंजलि योगसमिति एवं पतंजलि युवा भारत, छ.ग. द्वारा प्रदत्त सह-योग शिक्षक का प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकती हैं। इस समय संपूर्ण विश्व में करीब 10 करोड़ के करीब योग प्रशिक्षकों की आवश्यकता है। कॉलेज के बी.एड. कोर्स कर रहे प्रशिुओं को बी.एड. की प्रोफेशनल डिग्री के साथ इस सह-योग शिक्षक प्रमाण पत्र के होने से कैरियर निर्माण के दौरान दोहरा लाभ होगा। कार्यक्रम में उपस्थित भारत स्वाभिमान न्यास के छत्तीसगढ़ राज्य प्रभारी अनूप बंसल ने कहा कि योग की हमारे देश में प्राचीन परंपरा रही है। भिलाई महिला महाविद्यालय के साथ हुए इस एमओयू का उददेश्य युवाओं का योगाभ्यास के माध्यम से सर्वांगीण विकास करना है। उन्होंने स्वस्थ रहने हेतु अपनी जीवन शैली में किस प्रकार का परिवर्तन करें तथा योग करने से किस प्रकार हम बिमारियों से बचे रहते हैं इस पर भी प्रकाश डाला। नरेन्द्र सिंह पटेल, दुर्ग जिला प्रभारी, पतंजली योग समिति ने अपने संबोधन में बताया कि योग का सामान्य अर्थ है जोड़ अर्थात आज की परिस्थिति में प्रकृति और स्वयं के बीच में किस प्रकार संबंध स्थापित किया जाये। हमें यह सीखना है कि जीवन को कैसे जीना है तथा इसे कैसे खुशहाल बनाना है। मौके पर योग प्रशिक्षिका श्रीमती विमला पटेल भी उपस्थित थीं।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में कॉलेज के बी.एड. विभाग की हेड डॉ. मोहना सुशांत पंडित तथा सहायक प्राध्यापिकाओं श्रीमती हेमलता सिदार, नीतू साहू, भावना, सुनिशा पैट्रीक, नाजनीन बेग आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन नीतू साहू ने तथा आभार प्रदर्शन नाजनीन बेग ने किया।