भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी, भिलाई की महिला प्रकोष्ठ द्वारा दिनांक 24 जनवरी 2020 को नेशनल गर्ल चाइल्ड्स डे मनाया गया। कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ. अर्चना झा ने कहा कि, लड़कियों के प्रति होने वाले भेदभाव को दूर करने और परिवार एवं समाज में जागरूकता लाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। भारत में परिवार से लेकर समाज हर जगह लड़कियों के प्रति लैंगिक भेदभाव और पक्षपात बरता जाता है जिसे दूर कर लड़कियों को समान अवसर, सुविधा और सहयोग देने के लिए पिछले बारह सालों से राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है। महाविद्यालय की निदेशक व प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस साल 2008 से मनाया जाता है। बाल विकास मंत्रालय और भारत सरकार ने इस दिवस की शुरुआत की थी। हर साल 24 जनवरी को देशभर में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर अलग-अलग कार्यक्रम किए जाते हैं जिनमें बालिका बचाओं और बालिकायों के प्रति भेदभाव दूर करो, के संदेश दिए जाते हैं।
सरकार इस दिन लड़कियों की सुरक्षा, शिक्षा, लिंग अनुपात, स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन करती है। इन अभियानों के जरिए बालिकाओं और लड़कियों के प्रति लोगों की मानसिकता में बदलाव लाया जाता है और उनको जागरुक किया जाता है कि लड़की और लड़का बराबर हैं। इन अभियानों की ही बदौलत अब ग्रामीण इलाकों में भी लड़कियों के प्रति भेदभाव की मानसिकता में तब्दीली आई है।
महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि बालिकाओं के अधिकारों के प्रति जागरुकता बढ़ाना, बालिकाओं के प्रति होने वाली असमानता को दूर करना और उनके शिक्षा एवं स्वास्थ्य को महत्व देने की दृष्टि से राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन किया जाता है। दरअसल, किसी भी सशक्त समाज का निर्माण बिना बालिकाओं के संभव नहीं है और उनकी भागीदारी देश से लेकर समाज हर जगह है। इस लिए लड़कियों को भी लड़कों की तरह समाज में सुविधाएं मिलनी चाहिए।
इस कार्यक्रम में बडी संख्या छात्राएं एवं प्रकोष्ठ के सदस्यगण उपस्थित थें।