भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय के छात्रों ने ‘गांधी की नई तालीम’ के तहत कृषि की जानकारी के लिये फार्म हाउस का भ्रमण किया। इस कार्यक्रम का आयोजन महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के संदर्भ में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रेषित कार्यक्रम के तहत किया गया। छात्रों ने गौरक्षा फार्म हाउस, कोटनी दुर्ग में ऑर्गेनिक खेती के उन्नत तरीको की जानकारी प्राप्त की। फार्म हाउस के मालिक पंकज टांक और उनकी पुत्री भाविनी टांक ने बताया कि उनके फार्म हाउस में रासायनिक खाद का उपयोग नहीं किया जाता। वे गोबर खाद का उपयोग करते है जिसे अपने फार्म में ही गोबर और गौ मूत्र की सहायता से निर्मित करते है। छात्रों ने देशी तरीके से खाद बनाना सीखा और गन्ने और केले की खेती तथा विभिन्न सब्जियों की खेती देखी।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने फार्म हाउस के भ्रमण को विद्यार्थियों के लिये उपयोगी बताया तथा कहा की गांंधी जी की शिक्षा को अपना कर हम ग्रामों का विकास कर सकते है क्योंकि विद्यार्थी गा्रमीण क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग सीखकर उद्यमिता की शुरुआत कर सकते है।
ग्रीन आॅडिट समिति द्वारा आयोजित इस भ्रमण को प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने छात्रों के कौशल विकास में सहायक बताया और कहा ‘गांधी जी की नई तालीम’ के तहत छात्रों को नवीन स्वरोजगार क्षेत्र में दिशा-निर्देश मिलेगा और छात्र कृषि में स्वरोजगार द्वारा भविष्य निर्माण कर सकते है।
ग्रीन आॅडिट समिति की संयोजक डॉ. शमा ए. बेग ने बताया कि रासायनिक खादों के बिना जैविक उर्वरक और सूक्ष्मजीवों के प्रयोग द्वारा सफल उन्नत खेती कर रासायनिक जहर से बचा जा सकता है और छात्र इसे स्वरोजगार की तरह अपना सकते है और दूसरों को रोजगार दे सकते है।
इसी कड़ी में गांधीजी के स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार करते हुये साप्ताहिक स्वच्छता एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम को आयोजन किया गया। गांधी जी का विचार था ‘स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत’ उनकी इसी धारणा को साकार करने हेतु सेक्टर-9 यात्री प्रतिक्षालय, तालपुरी रोड यात्री प्रतिक्षालय को महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा साफ-सफाई कराया गया तथा सी.एस.पी.डी.सी.एल कार्यालय में फलदार वृक्ष लगाया गया एवं श्री सत्य सांई समिति के विद्यालय में भी फलदार वृक्ष लगाए।
लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने हेतु विभिन्न स्थानों पर नुक्कड़ नाटक कराया गया। नाटक में प्लास्टिक बॉटल के पुन: उपयोग को चिन्हांकित किया गया और बॉटल में पौधा लगाकर कैसे हम बॉटल का उपयोग कर पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते है जिससे स्वच्छ भारत का विकास हो सके। सरकारी कार्यालय में बॉटल में लगे इको-फ्रेंडली पौंधे प्रदान किया गया जिसमें हम वेस्ट बॉटल को पॉट के रूप में उपयोग कर पौधे के द्वारा आॅक्सीजनयुक्त वातावरण को विकसित कर सके।
कृषि की जानकारी के लिये फार्म हाउस के भ्रमण में स.प्रा. राखी अरोरा एवं स्वच्छ भारत अभियान में डॉ. रचना पाण्डेय, श्रीमती उशा साहू, स.प्रा. शिक्षा विभाग ने विविध कार्यक्रम कराये। कार्यक्रम में बी.एस.सी., बी.बी.ए., बी.एड., बी.कॉम आदि कक्षाओं के छात्र-छात्रायें सम्मिलित हुये।