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संस्कृति युक्त शिक्षा वर्तमान समय की महति आवश्यकता – ताम्रध्वज साहू

Feb 3, 2020

विश्वनाथ यादव तामस्कर साइंस कालेज के वार्षिक स्नेह सम्मेलन में बोले गृहमंत्री

Home Minister Tamradhwaj address Annual Gathering of Science Collegeदुर्ग। संस्कृति युक्त शिक्षा वर्तमान समय की महति आवश्यकता है। हम चाहे कितने भी आगे निकल जाये परंतु हमें अपने संस्कारों को कभी नहीं भूलना चाहिए। ये उद्गार छत्तीसगढ़ के गृह, जेल, लोक निर्माण, धर्मस्व पर्यटन, एवं संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय तथा आदर्श महाविद्यालय के संयुक्त वार्षिक स्नेह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। Science-College-Durg-01 Tamradhwaj Sahu asks for education to be based on Sanskarश्री साहू ने कहा कि महाविद्यालय में स्नेह सम्मेलन के दौरान प्रतिवर्ष हमें समीक्षा भी करना चाहिए कि आगामी वर्षों में कालेज के विकास हेतु क्या रूपरेखा तय की जाये। आजकल टेलीविजन चैनलों पर दिखाये जा रहे अनेक सीरियलों एवं कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी भ्रमित हो रही है। हर चीज के दो पहलू होते है, हमें प्रत्येक संसाधन के सदुपयोग का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दुर्ग शहर के विधायक अरूण वोरा ने साइंस कालेज, दुर्ग में व्यतीत अपने छात्र जीवन को स्मरण करते हुए कहा कि छात्र जीवन सबसे महत्वपूर्ण होता है। महाविद्यालय में ही किसी विद्यार्थी की आगे की जीवन की रूपरेखा तय होती है। हर क्षेत्र में ईमानदारी के साथ हम सफलता अर्जित कर सकते है। श्री वोरा ने छत्तीसगढ़ सरकार की संचार क्रांति योजना में अधिक से अधिक विद्याथिर्यों को हिस्सा लेने का आव्हान किया। विषिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित छत्तीसगढ़ प्रदेष क्रांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेन्द्र साहू ने अपने छात्रजीवन को याद करते हुए महाविद्यालयों को जीवन प्रबंधन का सर्वोत्तम स्थान करार दिया।
इससे पूर्व सरस्वती पूजन व वंदना के साथ आरंभ हुए वार्षिक स्नेह सम्मेलन में अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत करने वालों में प्राचार्य डॉ. आर.एन. सिंह, छात्रसंघ प्रभारी डॉ. एस.एन.झा, साइंस कालेज की छात्रसंघ अध्यक्ष कु. सफिया परवीन, मॉडल कालेज की छात्रसंघ अध्यक्ष कु. छाया विष्वकर्मा, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एम.ए. सिद्दीकी, छात्रसंघ के उपाध्यक्ष कु. प्रगति अग्रवाल, कु. धारिणी, सचिव कु. किरण साव, हिमांषु चन्द्राकर, सहसचिव तनु निर्मलकर, रजिस्ट्रार आषुतोष साव, मुख्य लिपिक संजय यादव, छात्रावास अधीक्षक राधे लाल यादव, भृत्य ईष्वरी लाल साहू, आदि शामिल थे। सरस्वती वंदना व छत्तीसगढ़ के राज्यगीत अरपा पैरी के धार की प्रस्तुति निषा सिंह, मृदुला, खुषबू मिश्रा, प्रतिज्ञा ठाकुर, सोनाली मिश्रा, नंदनी यादव एवं अपिर्ता भट्टाचार्य ने दी। कार्यक्रम में विषिष्ट अतिथि के रूप में श्री राजेन्द्र साहू, श्री इरफान, श्री सीजू एन्थोनी, श्री अरूण सिसोदिया, उपस्थित थे।
प्राचार्य डॉ. आर.एन. सिंह ने अपने स्वागत भाषण एवं वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए वतर्मान शैक्षणिक सत्र में महाविद्यालय की उपलब्धियों का उल्लेख किया। डॉ. सिंह ने बताया कि महाविद्यालय ने अध्ययन-अध्यापन, शोध, अकादमिक, खेलकूद, एनसीसी, एनएसएस, कैंपस प्लेसमेंट आदि सभी क्षेत्रों में अपनी दक्षता सिध्द की है। इस वर्ष महाविद्यालय में डीएसटी नई दिल्ली द्वारा आयोजित इंस्पायर साइंस कैम्प तथा रसायन शास्त्र विभाग द्वारा आयोजित इंटरनेषनल कान्फ्रेंस प्रमुख आयोजनों में शामिल है। भौतिक विभाग द्वारा पोलैंड तथा बुल्गारिया के प्राध्यापकों के आमंत्रित व्याख्यान विद्याथिर्यों हेतु लाभप्रद रहे। कार्यक्रम के संचालक डॉ. ए.के. खान ने वार्षिक स्नेह सम्मेलन की महत्ता पर विचार रखें। डॉ. खान ने उपस्थित जन समुदाय को जानकारी दी कि साईंस कालेज, दुर्ग छत्तीसगढ़ का एकमात्र ए प्लस ग्रेड प्राप्त महाविद्यालय है।
छात्रसंघ प्रभारी डॉ. एस.एन.झा ने अपने उद्बोधन में वर्ष भर छात्रसंघ द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्यों का विवरण दिया। उन्होंने साईंस कालेज एवं मॉडल कालेज छात्रसंघ को अनुषासित एवं प्रगतिशील विचार धारा का बताया।
छात्रसंघ अध्यक्ष सफिया परवीन ने अपने संबोधन में मांगे रखी जिस पर मंत्री महोदय श्री ताम्रध्वज साहू एवं विधायक अरूण वोरा ने आगामी प्रदेष सरकार के बजट में अधिक से अधिक मांगों को पूर्ण करने हेतु प्रयास का आष्वासन दिया। सफिया परवीन की प्रमुख मांगों में महाविद्यालय कन्या छात्रावास में वार्डन का घर तथा बाउन्ड्रीवाल निर्माण, 8 व्याख्यान कक्षों की आवष्यकता, बालक छात्रावास को सुविधा सम्पन्न बनाने, नये भवन में टाइल्स लगाने तथा स्टेज निर्माण, महाविद्यालय सभागार का जीर्णोद्वार, समाजशास्त्र, बायोटेक्नालॉजी , अग्रेंजी, भौतिक, भूगभर्षास्त्र, गणित, मानव विज्ञान, अंग्रेजी, हिन्दी आदि विषयों में प्राध्यापकों के पद सृजन करने, महाविद्यालय परिसर में ट्रांसफार्मर स्थापना, केंटीन एवं जिम की आवष्यकता तथा प्रयोगषालाओं के उन्नयन की मांग शामिल थी। खेलकूद मैदान में फ्लड लाईट लगाकर मिनी स्टेडियम के रूप में परिवर्तित करने की मांग भी छात्रसंघ अध्यक्ष ने रखी।
अतिथियों ने इस दौरान महाविद्यालय में सर्वोच्च अंक अर्जित करने वाले कु. अंजू महोलिया, एम.एससी रसायन को प्रतिष्ठित पद्मावती व अनिल तामस्कर स्मृति स्वर्ण पदक प्रदान किया। स्व. निर्मल चन्द्र पाठक स्मृति 10000/- का नकद पुरस्कार कला संकाय की स्नातकोत्तर कक्षाओं में सर्वोच्च अंक अर्जित करने हेतु एम.ए. अथर्षास्त्र के छात्र अविचल शर्मा को प्राप्त हुआ। स्व. शीला शर्मा स्मृति 6000/- का नकद पुरस्कार स्नातक स्तर पर विज्ञान संकाय में प्रथम स्थान प्राप्ति हेतु कु. प्रगति अग्रवाल को प्रदान किया गया। स्व. प्रकाष माहेष्वरी स्मृति स्वर्ण पदक अथर्षास्त्र में स्नातकोत्तर कक्षा में सर्वाधिक अंक अर्जित करने हेतु अविचल शर्मा को प्राप्त हुआ। इनके अलावा रसायन विभाग की आयषा हाषमी को युवा वैज्ञानिक पुरस्कार प्राप्त करने तथा खेलकूद में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करने, युवा उत्सव के विजेताआें, एनसीसी,एनएसएस, यूथ रेडक्रास, अकादमिक, सांस्कृतिक विधाओं में सर्वात्कृष्ट प्रदर्षन करने वाले छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया। अतिथियों ने विभिन्न कक्षाओं में सर्वोच्च स्थान प्राप्त छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया। उद्घाटन समारोह में धन्यवाद ज्ञापन मॉडल कालेज की अध्यक्ष कु. छाया विष्वकर्मा ने किया।
वार्षिक स्नेह सम्मेलन के उद्घाटन एवं पुरस्कार वितरण समारोह के पश्चात् आरंभ हुए लगभग 5 घंटे के सांस्कृतिक कार्यक्रम मेंछात्र-छात्राओं ने देष के विभिन्न प्रांतों के लोक नृत्य, एकल एवं समूह गायन, नाटक आदि भी भावपूर्ण प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरी। प्रमुख सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत नवदुर्गा की वंदना युक्त समूह नृत्य दषर्कों के आकर्षण का केन्द्र रहा। इसके अतिरिक्त सारेगामा गायन प्रतियोगिता में 18 प्रतिभागियोें ने मधुर गीत प्रस्तुत किये। युगल गीतों में अपर्णा व राहुल, छाया व साथी, राजेन्द्र स्वणर्कार देवराज व दमयंती की प्रस्तुति आकर्षक रही। समूह नृत्य में आषीष व साथी, प्रकाष व साथी, रोषनी नायक एवं साथी तथा सम्बलपुरी नृत्य तरूणा व समूह ने दषर्कों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। एनसीसी समूह की प्रस्तुति घूमर-घूमर भी अत्यंत सराहनीय रही। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित प्रमुख गणमान्य नागरिकों में डॉ. रायमन, प्रोफेसर पी.सी.पंडा, डॉ. अरविन्द शुक्ला, डॉ. तांडेक़र, श्री तामस्कर, श्रीमती सिंह, श्रीमती अनीता शंकर, श्रीमती प्रीति मिश्रा, छात्र नेता डामेन्द्र परगनिहा, आदित्य नारंग सहित बड़ी संख्या में प्राध्यापक, छात्र-छात्राऐं, पालकगण, प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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