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स्वरूपानंद महाविद्यालय में वार्षिक क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन

Feb 23, 2020

SSSSMV Sports Dayभिलाई। स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय में वार्षिक क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों व प्राध्यापकों ने अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री गंगाजली शिक्षण समिति की कार्यकारिणी सदस्य सविता मिश्रा ने रंग-बिरंगे गुब्बारे छोड़ते हुये व गोला फेंक कर किया। श्री शंकराचार्य कालेज ऑफ़ नर्सिंग की सीओओ मोनीशा शर्मा थीं। श्री शंकराचार्य कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. सिंधु मेनन, श्री शंकराचार्य विद्यालय के प्राचार्य अमिताभ दास एवं स्वरूपानंद महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला उपस्थित हुई। अध्यक्षता सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने की।Sports day at SSSSMVक्रीड़ा अधिकारी मुरली मनोहर तिवारी ने महाविद्यालय का वार्षिक खेल प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुये कहा महाविद्यालय में सालभर चलने वाले खेल गतिविधियों को रेखांकित किया व बताया कई विद्यार्थी को विश्वविद्यालय स्तर, जिला व राज्य स्तर पर खेलने का मौका नहीं मिलता इस प्रकार के आयोजनों से विद्यार्थियों को मौका मिलता है।
खेल की जीवन में अहमियत बताते हुये मुख्य अतिथि सविता मिश्रा ने कहा कि जीवन भी खेल के मैदान की तरह है। हमें हर हार को जीत में बदलने का प्रयास करना चाहिये। श्रीमती मिश्रा ने कहा पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थी खेलों में आगे आ रहे हैं यह अत्यंत हर्ष की बात है।
डॉ. दीपक शर्मा ने हरी झंडी दिखा कार्यक्रम प्रारंभ किया व कहा खेल स्वस्थ मस्तिष्क व स्वस्थ शरीर के लिये आवश्यक है। इससे हमारा शरीर ऊर्जावान बना रहता है। साथ ही खेलने से विद्यार्थियों में ये आपस में सामंजस्य की भावना विकसित होती है व नेतृत्व क्षमता का विकास होता है।
डॉ. मोनिशा शर्मा सीओओ श्री शंकराचार्य कॉलेज आॅफ नर्सिंग ने विद्यार्थियों को हार जीत की परवाह न करते हुये उत्साह पूर्वक खेलने की बात कही और कहा खेल में भी रोजगार की अपार संभावनायें है, मल्टीनेशनल कंपनियां व सरकारी क्षेत्रों में खिलाड़ियों के लिये अलग से स्पोर्ट कोटा होता है। जहां नौकरी के साथ साथ खेलना भी जारी रख सकते है।
अपने उद्बोधन में डॉ. सिंधु मेनन ने कहा सालभर की व्यस्त गतिविधियों में से अपने खेल के लिये समय निकालना अत्यंत सराहनीय है सालभर हम अध्ययन में व्यस्त रहते है खेल से हमारे सारे तनाव दूर हो जाते है। खेल को खेल भावना से खेलना चाहिये हार व जीत का होना महत्वपूर्ण नहीं है महत्वपूर्ण है उसमें भाग लेना।
श्री अमिताभ दास प्राचार्य श्री शंकराचार्य विद्यालय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये कहा जीवन में पढ़ाई के साथ खेल आवश्यक है।
प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने कहा कि खेल भावना के साथ स्पर्धा में भाग लेकर विद्याथिर्यों को अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का आव्हान करते हुये कहा स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है खेल व्यक्तित्व को निखारने का अहम स्तंभ है। एक ही टीम विजयी होता है किन्तु प्रतियोगिता में भाग लेना महत्वपूर्ण है। हार भी हमें आगे बढ़ने व संघर्ष करते रहने का प्रेरणा देता है।
विद्यार्थियों ने अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया। देशभक्ति व शौर्य का जज्बा लिये बी.एड. विद्यार्थियों ने सुनो गौर से दुनिया वालों बुरी नजर न हम पर डालो गीत पर ड्रिल प्रस्तुत कर सबको एकता के सूत्र में बांध दिया। इस अवसर पर 100 मीटर दौड़ा, गोला फेंक, ट्रीपल लेग रेस, रस्सा कस्सी, लेमन स्पून रेस, पंजा कुस्ती, क्रिकेट, चील झपट्टा, कुर्सी दौड़, गेडी आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों व शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक बढ़ चढ़ कर भाग लिया, स.प्रा. दीपक सिंग, स.प्रा. डॉ. स्वाती पांडे, अतुल तिवारी, डॉ. मनोज मौर्य, स.प्रा. जिगर भवसार, डॉ. पूनम शुक्ला, डॉ. शमा ए.बेग, स.प्रा. राखी अरोरा, स.प्रा. सुनील सिंग, कार्यक्रम में मंच संचालन मुरलिमनोहर तिवारी ने किया।

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