भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर गणित विभाग द्वारा वर्किंग मॉडल एवं महिला और विज्ञान विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। निर्णायक के रुप में डॉ. जगजीत कौर सलुजा प्रो. शासकीय विज्ञान महाविद्यालय दुर्ग एवं डॉ. स्मृति अग्रवाल इंदरागांधी शासकीय महाविद्यालय वैशाली नगर उपस्थित हुई। गणित की विभागाध्यक्ष स.प्रा. मीना मिश्रा ने कहा इस दिन प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. सी.वी. रमन ने रमन इफैक्ट की घोषणा की थी जिसके लिये उन्हें 1930 में नोबल पुरस्कार मिला उनकी इन्हीं उपलब्धि की स्मृति में विज्ञान दिवस मनाया जाता है इस वर्ष की थीम महिलायें और विज्ञान रखा गया है। छात्र विज्ञान के क्षेत्र में आगे आये और अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करें इसलिये यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। डॉ. जगजीत कौर सलुजा ने कहा विद्यार्थियों का कान्सेप्ट व आइडिया बहुत अच्छा था आप देश के भविष्य हैं। आप और नये आइडिया लेकर आये अगर आप अपने मॉडल में मैकनिकल और सौर ऊर्जा का प्रयोग किये है वह देश के बढ़ते ऊर्जा संकट को देखते हुये बहुत उपयोगी है। छोटे बच्चों के पास नये कान्सेप्ट व नयी कल्पनायें होती है अगर हम उनकी कल्पनाओं को आकार देते है तो वह विज्ञान की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगी।
निर्णायक डॉ. स्मृति अग्रवाल ने विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुये कहा आप लोगों ने जिस लगन से कार्य किया व मॉडल की उपयोगिता व कार्यप्रणाली बताने के लिये उत्साहित थे वह अत्यंत सराहनीय है डॉ. रमण ने सोचा सागर नीला क्यों है और रमण इफेक्ट की खोज की वैसे ही आप के मन में जो विचार आ रहे है उन पर टीम वर्क करे सफलता जरुर मिलेगी।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा आप जो कल्पना करते है उसमें कोई न कोई सत्यता अवष्य होती है आप लोग परीक्षा के समय जिस लगन व समपर्ण से मॉडल बनाये व अपनी कल्पनाओं को आकार दिया वह आपके वैज्ञानिक सोच को उजागर करती है।
इस मॉडल प्रतियोगिता में युवा वैज्ञानिकों ने लाईट फैडिलिटि जिसमें लाईट के द्वारा डेटा ट्रांसफर करना बताया। जो वायरलेस कम्प्यूनिकेषन पर आधारित है। यह मॉडल अनिकेत समूह द्वारा बनाया गया व इसे प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। वहीं दूसरा स्थान विपुल वर्मा ग्रुप को प्राप्त हुआ जिसने सोलेनॉइड इंजन का मॉडल बनाया व बताया आने वाला समय इलेक्ट्रिकल कार का होगा जिसमें इंधन बचाने के लिये इसका प्रयोग किया जायेगा इससे ऊर्जा की बचत होगी व पेट्रोल पर निर्भरता कम होगी।
तृतीय स्थान पर विजय और कुबेर ग्रुप रहे जिसमें विजय समूह ने टेसला क्वाईल बनाया उसमें वायरलेस के माध्यम से इलेक्ट्रिसीटी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है। जो इलेक्ट्रोमैगनेटिक इंडक्षन पर आधारित है।
विद्याथिर्यों ने भविष्य में होने वाले ऊर्जा संकट को समझा व उसके समाधान के उपाय भी अपने मॉडलों में बताया जिसमें सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा के रुप में प्रयोग करना, विंड ऊर्जा को इलेक्ट्रीक ऊर्जा के रुप में प्रयोग करना व स्पीड ब्रेकर में संग्रहित मैकनिकल ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदल कर स्ट्रीट लाईट जलाने में उपयोग किया जा सकता है यह बताया साथ ही एल.पी.जी. गैस के रिसाव होने पर चेतावनी देने के लिये इंडिकेटर का उपयोग पानी की टंकी भरने पर बजर का प्रयोग व लेजर बेस सिक्योरिटी सिस्टम को अपने मॉडलों में प्रदर्षित किया व आने वाले समय में वैकल्पिक ऊर्जा की आवष्यकता व सुरक्षा साधनों में विज्ञान की सहभागिता को दर्शाया। जिसमें प्रथम – प्रियंका राय – एम.एस.सी. -चतुर्थ सेमेस्टर गणित, द्वितीय – माधुरी साहू – एम.एस.सी. गणित, कनिका राघव – बी.बी.ए. प्रथम सेमेस्टर, तृतीय प्रियंका एक्का – बी.एड. – चतुर्थ सेमेस्टर, उपासना साहू – एम.एस.सी.-द्वितीय सेमेस्टर गणित, सांत्वना – दिव्या तिवारी एम.एस.सी. – चतुर्थ सेमेस्टर गणित।
कार्यक्रम को सफल बनाने में टी. बबीता विभाध्यक्ष भौतिक षास्त्र, स.प्र. स्वेता निर्मलकर ने विषेश योगदान दिया। कार्यक्रम में मंच संचालन स.प्रा. मीना मिश्रा विभागाध्यक्ष गणित ने दिया।