भिलाई। एमजे कालेज ऑफ़ फार्मेसी के डिपार्टमेन्ट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री, फार्मास्यूटिक्स एवं फार्माकॉग्नोसी ने हर्बल सेनेटाइजर बनाया है। इसका उपयोग किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव से मुक्त है। यह हाथों को मुलायम बनाए रखने में भी सहायक है। उक्त जानकारी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ टी कुमार ने दी। कोरोना वायरस के फैलाव के बीच सेनेटाइजर की किल्लत को देखते हुए महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर ने इसके लिए प्रेरित किया था। डॉ कुमार ने बताया कि सेनेटाइजर को कीटाणुनाशक होने के साथ साथ यूजर फ्रेंडली बनाने को उन्होंने प्राथमिकता दी। नीम, तुलसी, लौंग एवं एलोवेरा पल्प का उपयोग कर उनकी टीम ने एक ऐसा सैनेटाइजर बनाने में सफलता प्राप्त की है जो न केवल कीटाणुनाशक के रूप में ज्यादा प्रभावी है बल्कि त्वचा को कोमल बनाने में भी सहायक है। यह सौ फीसदी हर्बल प्रॉडक्ट है तथा इसमें किसी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल इसका निर्माण सीमित मात्रा में पर्सनल यूज के लिए किया गया है। समाज की आवश्यकताओं को देखते हुए आगे इसका व्यावसायिक उत्पादन करने की भी योजना है। यह किफायती होने के साथ-साथ बेहद सुरक्षित है। इसे बनाने में एमजे कालेज आॅफ फार्मेसी के व्याख्याताओं एवं प्राध्यापकों ने सक्रिय योगदान दिया है।