भिलाई। रूंगटा डेंटल कॉलेज भिलाई नगर में पीडोडोंटिक्स (बाल दंत चिकित्सा) विभाग में अध्ययनरत पोस्ट ग्रेजुएट द्वितीय वर्ष के छात्र डॉ अनिल पाण्डेय के शोध पत्र को 17 वें आइएसपीपीडी सम्मेलन-2020 मे रिसर्च श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। जयपुर मे आयोजित इस राष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ अनिल पाण्डेय ने ‘असेसमेंट ऑफ़ कैरिओजेनिसिटी बाइ पीएच वैल्यू डेक्रीमेंट ऑफ़ प्लाक सोल्यूशंस यूजिंग कॉमनली यूज्ड इनफैन्ट मिल्क फॉर्मूला’ पर अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया। इस विषय में चर्चा करते हुए डॉ अनिल पाण्डेय ने बताया कि वर्तमान जीवन शैली में छोटे बच्चो के भोजन में इनफैन्ट फॉर्मूला, बेबी मिल्क पाउडर के बढ़ते उपयोग से उनके दाँतों में होने वाली बीमारियाँ, जिसमे मुख्यत: दाँतों में सड़न एवं मसूढ़ों में सूजन शामिल है, के बारे में समाज में जागरूकता का अभाव है। चूंकि मिल्क पाउडर अब छोटे बच्चों की डाइट का अनिवार्य हिस्सा बन चुका है तो यह जरूरी हो जाता है कि इसके दुष्परिणामों को भी जनसाधारण तक पहुंचाया जाए। इस रिसर्च पेपर के माध्यम से अभिभावकों एवं समाज को बेबी मिल्क पाउडर एवं उससे होने वाले दंत क्षय के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद मिलेगी।
ज्ञात जानकारी के अनुसार नेशनल लेवल प्लैटफार्म में छत्तीसगढ़ के किसी भी चिकित्सक द्वारा इस विषय में शोध नहीं किया गया है। कॉन्फ्रेंस में डॉ पाण्डेय को इस शोध के लिए प्रोत्साहन के साथ ही साथ आगे भी प्रसार करने हेतु उत्साहवर्धन किया गया। डॉ अनिल पाण्डेय ने विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ प्रेमकिशोर के, डॉ आलोक अविनाश, डॉ लुम्बिनी पी व डॉ बृज कुमार के मार्गदर्शन में अपना शोध कार्य पूर्ण किया। ग्रुप के चेयरमैन संजय रुंगटा, डीन डॉ सुधीर पवार, निदेशक डॉ राम थोंबरे, वाइस डीन डॉ जयदीप सूर एवं सभी संकाय के सदस्यों ने इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।