भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय के कक्षा बी.कॉम – प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने दुर्ग कोर्ट का विजिट किया। बी.कॉम – प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम में व्यावसायिक नियमन रुपरेखा में अनुबंध, धोखा, उत्पीड़न, अनुचित प्रभाव, चेक का अनादरण आदि विषय के व्यवहारिक ज्ञान हेतु प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को कोर्ट विजिट कराया गया। कोर्ट विजिट में एडवोकेट श्रीमती रचना नायडू, वरिश्ठ एडवोकेट रविशंकर मानिकपुरी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये कहा कि आप किताबों में पढ़ते है और फिल्मों में देखते है उससे कोर्ट की प्रक्रिया पूर्णत: भिन्न होती है। उन्होंने बताया कि कोई भी प्रकरण कोर्ट में आता है तो आरोपी पक्षकार अपने बचाव के लिए वकील रखते है तथा पीड़ित पक्षकार भी वकील रख सकते है किन्तु यदि पीड़ित पक्षकार वकील न रख पाये तो उन्हें सरकार की ओर से सरकारी वकील मुहैय्या कराया जाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को न्यायालीन प्रक्रिया को सरलता पूर्वक समझाया कि प्रकरण के तथ्य एवं राशि के आधार पर पहले केस निचली अदालत में लगता है तथा निचली अदालत से जिला अदालत में जाता है। वहां निर्णय से असंतुष्ट होने पर केस हाईकोर्ट तत्पश्चात सुप्रीम कोर्ट में जाता है।
एडवोकेट रचना नायडू ने विद्यार्थियों को प्रत्येक कोर्ट में जज अलग होते है कि जानकारी दी। एडवोकेट रविशंकर मानिकपुरी ने विद्यार्थियों को कोर्ट परिसर का भ्रमण कराया तथा कोर्ट के विडियो कांफ्रेंसी कक्ष के बारे में बताते हुये कहा निर्णय की तिथि में यदि आवश्यक कारण से गवाह या पक्षकार कोर्ट में उपस्थित न हो पाये उस स्थिति में वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा उनका गवाह लिया जाता है और फैसला सुनाया जाता है।
विद्यार्थियों को चेक बाउंस होने पर न्यायालीन प्रक्रिया को श्री मानिकपुरी ने समझाते हुये कहा कि पीड़ित पक्षकार चेक बाउंस होने पर, दूसरे पक्षकार से निर्धारित राशि के दूसरे चेक या अन्य माध्यम से भुगतान की मांग करता है तथा एक माह तक भुगतान न मिलने पर पीड़ित पक्षकार वाद प्रस्तुत कर सकता है।
वरिश्ठ एडवोकेट नागेन्द्र शर्मा ने विद्यार्थियों को संविधान के मुख्य धारा जिससे संबंधित प्रकरण कोर्ट में आते है उसके संबंध में विस्तार से बताया। विद्यार्थियों ने कोर्ट भ्रमण को पाठ्यक्रम को समझने में सहायक बताया। कोर्ट विजिट प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला एवं वाणिज्य विभाग के समस्त प्राध्यापक एवं बी.कॉम – प्रथम वर्ष के विद्यार्थी शामिल हुये।
कोर्ट भ्रमण को सफल बनाने में एडवोकेट रचना नायडू, एडवोकेट रविशंकर मानिकपुरी, वरिष्ठ एडवोकेट नागेन्द्र शर्मा, जिला अधिवक्ता संघ दुर्ग अध्यक्ष गुलाब सिंह पटेल विशेष योगदान रहा।