भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय के साइंस क्लब एवं आईक्यूएसी द्वारा कोरोना वायरस से बचाव में आम नागरिकों की भूमिका विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया। आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. निहारिका देवांगन ने कहा कि कोरोना वायरस के संबंध में बहुत सी भ्रांतियों के कारण लोग डरे हुये हैं। अत: जरूरत है कि हम सुरक्षित रहें और दूसरों को सुरक्षित रखने हेतु चर्चा करें। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने सभी स्टॉफ को कार्य स्थल पर मास्क या टिसू पेपर रखने की हिदायत दी तथा कहा कि भीड़-भाड़ वाली जगह में जाना थोड़े समय के लिए स्थगित करें। डॉ. शमा ए बेग ने कहा कि कोरोना का कारण इम्युनिटी सिस्टम का कम होना है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए अर्सेनिक एलबम 30सी को एक कप पानी में तीन बूंद डाल कर सामान्य चाय की जगह काली मिर्च एवं तुलसी की चाय पियें। गरम पानी में आधा चम्मच हल्दी डाल कर पीने से भी रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं। उन्होंने बताया कि जिन्हें पहले से इंफ्लूएंजा है उन्हें कोरोना होने की संभावना कम होती है। अर्थात एक वायरस के रहते दूसरा वायरस जल्दी ग्रसित नहीं कर सकता। बाजार में मास्क बहुत महंगा मिलता है सूती या मलमल की कपड़े से मास्क बनाया जा सकता है। वहीं शैलजा पवार ने बताया कि गिलोए का रस पीने से भी इम्युन सिस्टम अच्छा रहता है।
सुनीता शर्मा ने कहा कि सावधानी के तौर पर डेटॉल से हाथ धोयें। घर में कपूर का धुंआ करें या कमरे में कपूर रखें इससें भी वायरस का प्रभाव कम होता है। डॉ. स्वाती पाण्डेय ने कहा कि नमक को बाउल में रखें इसे हाथ में रगड़ने से भी वायरस का प्रभाव कम होता है।
एनएसएस अधिकारी दीपक सिंह ने कहा कि कोरोना वायइस के लक्षण पाये जाने पर राज्य हेल्पलाइन नं. 011-23978046 पर फोन करें।
बी.कॉम.,बी.एससी, बी.सी.ए. के अंतिम वर्ष की छात्र-छात्राओं ने संकल्प लिया कि हम स्वयं कोरोना से बचने हेतु सभी सावधानी बरतेगें तथा अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक करेंगे। सभी स्टॉफ ने जागरूकता के लिए स्वीकार किया की बीमारी से सावधानी ही बीमारी से बचाव है।