दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर की कला, वाणिज्य, विज्ञान एवं शिक्षा संकाय के पाठ्यक्रमों के लगभग 1300 वीडियो लेक्चर अपलोड होने के बाद अब प्रेक्टीकल कक्षाओं हेतु अगामी सत्र के लिये वीडियो अपलोड करने का कार्य आरंभ हो गया है। विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशान्त श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय कि कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा के मार्गदर्शन में रजिस्ट्रार डॉ. सी. एल. देवांगन ने प्राध्यापकों से थ्योरी एवं प्रेक्टीकल कक्षाओं हेतु वीडियो लेक्चर बनाने की अपील की थी । विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों के प्राध्यापकों ने कला संकाय की स्नातक कक्षाओं हेतु 88 तथा स्नातकोत्तर कक्षाओं हेतु 419 वाणिज्य संकाय में स्नातक कक्षा हेतु 41 एवं स्नातकोत्तर कक्षा हेतु 103 वीडियो लेक्चर अपलोड किये है। इसी प्रकार विज्ञान संकाय की स्नातक कक्षाओं हेतु 93 एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं हेतु 300 तथा शिक्षा संकाय के बीएड, एमएड एवं अन्य पाठ्यक्रमों हेतु 262 वीडियो लेक्चर्स मिलाकर कुल 1304 वीडियो लेक्चर्स विद्यार्थिर्यों हेतु दुर्ग विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। कोई भी विद्यार्थी बिना पंजीकरण अथवा पासवर्ड के इन वीडियो लेक्चर्स का लाभ उठा सकता है। इसके अतिरिक्त दुर्ग विश्वविद्यालय के अंतर्गत महाविद्यालयीन प्राध्यापकों ने उच्च शिक्षा विभाग, छ.ग. शासन के पोर्टल cgschool.in पर भी लगभग 400 से अधिक वीडियो/आडियो लेक्चर्स तथा पीडीएफ फॉर्मेट में पाठ्यसामाग्री अपलोड की है।
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. सी. एल. देवांगन ने बताया कि यूजीसी, नई दिल्ली के निर्देशानुसार कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा के मार्गदर्शन में दुर्ग विश्वविद्यालय में शिकायत एवं निवारण प्रकोष्ठ गठित किया गया है जिसके संयोजक अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशान्त श्रीवास्तव एवं सहसंयोजक सहा. कुलसचिव डॉ. सुमीत अग्रवाल एवं हिमांशु शेखर मंडावी हैं। कोविड-19 के कारण लॉकडाउन अवधि में विद्याथिर्यों, प्राध्यापकों एवं शैक्षणिक संस्थानों की समस्याओं के निराकरण हेतु grcell@durguniversity.ac.in पर ईमेल भेजा जा सकता है। विद्यार्थियों की विश्वविद्यालय परिसर में भीड़ से बचने तथा समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु विश्वविद्यालय द्वारा यह कदम उठाया गया है। विश्वविद्यालय के सहा. कुलसचिव (अका.) डॉ. सुमीत अग्रवाल के अनुसार यूजीसी द्वारा पीएचडी कार्स वर्क के पाठ्यक्रम में जो नया पाठ्यक्रम जोड़ा गया है उससे संबंधित पाठ्यसामाग्री एवं विडियो लेक्चर्स विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कराने का प्रयास दुर्ग विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किया जा रहा है, जिससे शोध छात्रों को कोर्स वर्क समाप्ति के पश्चात होने वाली परीक्षा में किसी प्रकार की कठिनाई ना हो।