धमतरी। बांस से तो हम सभी परिचित हैं। बांस से बनी सजावटी वस्तुओं के बारे में भी हम सभी जानते हैं पर बांस से जेवर बनाए जा सकते हैं, इसपर अपनी आंखों से देखे बिना यकीन करना मुश्किल होगा। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले की महिलाएं बांस से जेवर बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। साथ ही इन गहनों की बिक्री ब़ढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का भी उपयोग किया जा रहा है। लोग इन्हें अपने उपयोग के लिए तो खरीद ही रहे हैं, विभिन्न अवसरों पर उपहार देने के लिए भी इनका चलन बढ़ रहा है।
धमतरी जिला पंचायत की की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन की पहल पर महिलाओं को बांस से गहने तैयार करने का प्रशिक्षण आर्य प्रेरणा समिति के माध्यम से दिया जा रहा है, साथ ही संस्था द्वारा गहनों की मार्केटिंग और प्रबंधन में भी महिलाओं का सहयोग किया जा रहा है। बांस से बने गहनों का प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया के अलावा अन्य माध्यमों से किया जा रहा है जिसका बहुत अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। बांस से हस्तनिर्मित, इको फ्रेंडली स्वदेशी राखी बनाने की भी योजना पर समिति द्वारा कार्य किया जा रहा है। संस्था समन्वयक श्री मोहित आर्य ने बताया कि जल्दी इस प्रोडक्ट को मार्केट में पूरी तैयारी के साथ लांच किया जाएगा।