भिलाई। एमजे कालेज के फार्मेसी विभाग द्वारा शनिवार को एक वेबीनार का आयोजन किया गया। कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ कुमुद उपाध्याय एवं आयुष विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के प्रोफेसर शेखर वर्मा ने विभिन्न विषयों पर सारगर्भित चर्चा की। वेबीनार में 100 से अधिक विद्यार्थियों, प्राध्यापकों एवं प्राचार्यों ने हिस्सा लिया।आरंभ में वक्ताओं का स्वागत महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर ने किया। प्राचार्य डॉ टेकेश्वर कुमार वर्मा ने वक्ताओं का परिचय प्रदान किया। जूम पर आयोजित इस वेबीनार में भागीदारी देने वाले प्रतिभागियों ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए अनेक प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा को शांत किया।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रो. कुमुद उपाध्याय ने कहा कि कोविद-19 अनेक चुनौतियों के साथ साथ नए अवसर भी लेकर आया है। शिक्षण के क्षेत्र में आनलाइन अध्ययन के दबाव के चलते प्राध्यापक एवं विद्यार्थी दोनों ही तकनालाजी की शरण में आ गए हैं। यह एक तरह से भविष्य की तैयारी भी है। उन्होंने कहा कि ई-लर्निंग प्लेटफार्म पर आने के कई फायदे हैं। इसमें केवल वक्ता को ही तैयार होकर कैमरे के सामने बैठना पड़ता है। शेष लोग अपने-अपने स्थान से अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार वर्चुअल क्लासरूम में हिस्सा लेते हैं। इससे तैयार होने का समय बचता है, कालेज तक जाने में लगने वाले वक्त और खर्च की बचत होती है। हम ऑनलाइन रिसोर्सेस का उपयोग करना सीखते हैं। विद्यार्थी अधिक एकाग्रचित्त होकर लेक्चर अटेंड कर सकता है। सीखने वाला और सिखाने वाला एक दूसरे से मीलों दूर हो सकता है। हालांकि वास्तविक कक्षाओं का अभाव महसूस होता है। अंतर विद्यार्थी चर्चाओं का लाभ नहीं मिल पाता।
वहीं यूनिवर्सिटी कालेज ऑफ फार्मेसी, पं. दीनदयाल उपाध्याय हेल्थ साइंस एंड आयुष यूनिवर्सिटी ऑफ छत्तीसगढ़ के प्रो. शेखर वर्मा ने कहा फार्मा इंडस्ट्री पर कोविड-19 पैंडेमिक के प्रभावों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा प्रादयगी में फार्मेसी से जुड़े लोगों की भूमिका अग्रिम पंक्ति की होती है। चिकित्सक एवं रोगियों की मांग को पूरा करने के लिए रिसर्च, आरएंडडी, ट्रायल, मैन्यूफैक्चरिंग एवं डेलीवरी तक उनकी बड़ी भूमिका रहती है। इन सभी क्षेत्रों में अपार संभावनाएं बनती दिखाई दे रही हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से ई-लर्निंग प्लेटफार्म का भरपूर उपयोग करते हुए अपने ज्ञान को धार देने की सलाह दी।
एमजे कालेज के फार्मेसी विभाग के अध्यक्ष डॉ टेकेश्वर कुमार वर्मा ने अंत में दोनों प्राध्यापकों के वक्तव्यों को विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों के लिए बेहद उपयोगी बताते हुए कहा कि इससे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आई शिथिलता को दूर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने दोनों वक्ताओं का धन्यवाद करते हुए सभी भागीदारों को अपनी शुभकामनाएं दीं।