भिलाई। उच्च शिक्षा में ऑनलाइन शिक्षण एवं सीखने की प्रक्रिया पर जगद्गुरू शंकराचार्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन में एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। गंगाजली एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन आईपी मिश्रा, शंकराचार्य एजुकेशन कैम्पस के सीओओ डॉ दीपक शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। प्राचार्य डॉ वी सुजाता ने वेबिनार के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कोविड-19 के चलते बदलते वर्तमान शिक्षण प्रतिमानों के बारे में चर्चा की। मुख्य अतिथि एवं बीज वक्ता पं. सुन्दरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपित डॉ बीजी सिंह ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षाओं में आने वाली चुनौतियों जैसे पाठ्यक्रम की असमानता एक बहुत बड़ी चुनौती है जो ऑनलाइन शिक्षण में बाधक है। उन्होंने इसे दूर करने के सुझाव दिये।
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के डीन छात्र कल्याण डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने ई-लाइब्रेरी के बढ़ते महत्व एवं इसे प्रयोग करने के तरीके के बारे में चर्चा की। विनोबा भावे यूनिवर्सिटी हजारीबाग झारखंड के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ तनवीर युनूस ने मेक इन इंडिया नेशनल पोर्टल के बारे में प्रतिभागियों को बताया तथा शिक्षा हर द्वार तक कैसे पहुंचे पर अपने विचार व्यक्त किये।
विद्यासागर स्कूल ऑफ एजुकेशन पुरुलिया के डॉ दिनकर कुमार दीक्षित ने भारतीय घरों में, खासकर ग्रामीण भारत में रहने वाले छात्रों के घरों तक इंटरनेट की पहुंच और ऑनलाइन टीचिंग में आने वाली परेशानियों की चर्चा की।
रवि मेहता स्मारक कालेज महुदा धनबाद के प्राचार्य डॉ राजेश यादव ने कोविड-19 से स्कूलों तथा कॉलेजों में ऑनलाइन कक्षाओं की समस्याओं के बारे में चर्चा की। वेबीनार की संयोजक श्रद्धा भारद्वाज और मधुमिता सरकार ने संचालन किया। अंत में श्रीमती लक्ष्मी वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।