भागलपुर। ट्रिपल आईटी भागलपुर के कोरोना जांच के डिजिटल एक्सरे सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसके बाद 100 रुपए खर्च कर एक सेकेंड में कोरोना टेस्ट हो सकेगी। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) एक-दो दिन में अपनी स्वीकृति दे सकता है। एमएचआरडी ने भी सॉफ्टवेयर की सराहना की है और निदेशक प्रो. अरविंद चौबे तथा उनकी टीम को बधाई दी है।एमएचआरडी ने इस प्रयास की सराहना करते हुए लिखा है कि इससे सेकेंडभर में 100 रुपए के अंदर कोरोना की जांच हो सकेगी। सॉफ्टवेयर पता कर सकता है कि मरीज कोरोना संक्रमित है या सामान्य सर्दी-जुकाम से पीड़ित है।
ट्रिपल आईटी के निदेशक प्रोफेसर अरविंद चौबे ने बताया कि इस सॉफ्टवेयर की जानकारी एमएचआरडी को दी थी। मंत्रालय ने प्रोजेक्ट को पसंद किया है। सॉफ्टवेयर की रिपोर्ट आईसीएमआर को भी भेजी गई थी। आईसीएमआर ने बीते गुरुवार को इसमें कुछ सुधार करने को कहा था। सुधार कर इसे दोबारा भेजा गया है। वहां से कहा गया कि एक-दो दिन में प्रमाणपत्र दे दिया जाएगा। प्रो. चौबे ने कहा कि प्रमाणपत्र मिलने के बाद यह सॉफ्टवेयर कहीं भी कोरोना की जांच के लिए अधिकृत हो जाएगा।
ट्रिपल आईटी ने यह सॉफ्टवेयर इसी वर्ष मई में तैयार किया था। प्रो. चौबे ने बताया कि डिजिटल एक्सरे यानी एक्सरे की सॉफ्ट कॉपी मिलने पर सॉफ्टवेयर के माध्यम से कोरोना का पता चल जाएगा। संस्थान ने इसके पेटेंट का आवेदन दे दिया है।
ट्रिपल आईटी ने कनाडा के कोरोना मरीज का डाटा बेस लेकर इसे मई में तैयार किया था। स्वास्थ्य विभाग और एमएचआरडी को रिपोर्ट भेजे जाने से पहले ट्रिपल आईटी ने इसका परीक्षण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया था।