रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) को राष्ट्रीय होटल प्रबंध एवं कैटरिंग टेक्नॉलॉजी परिषद (एनसीएचएमसीटी) ने मान्यता प्रदान कर दी है। इस मान्यता के बाद अब स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) के डिग्रीधारियों को देश-विदेश के विभिन्न संस्थानों में मान्यता मिल सकेगी। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में राम वन गमन पथ जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरू करके राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित करने वाली मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। राज्य निर्माण के बाद पहली बार स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) का गठन 2006 में किया गया था। राष्ट्रीय होटल प्रबंध एवं कैटरिंग टेक्नॉलॉजी परिषद (एनसीएचएमसीटी) की स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) को दी गई मान्यता शैक्षणिक सत्र 2020-21 से ही लागू हो जाएगी। जिसके तहत अध्यापन कार्य एवं अन्य समस्त प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ को देश के पर्यटन नक्शे में शामिल कराने के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए पर्यटन के क्षेत्र में अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं, ताकि पर्यटक छत्तीसगढ़ की तरफ आकर्षित हो सकें। इसी परिप्रेक्ष्य में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राम वन गमन पथ के लिए बहुत तेजी से काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ यहां के नौजवानों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ाने का प्रयास भी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू के निर्देश पर पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी. तथा टूरिज्म बोर्ड की प्रबंध संचालक इफ्फत आरा ने स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) को मान्यता दिलाने की पहल की, जिसका सुखद परिणाम सामने आया है।