भिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय में विश्व ओजोन दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों को ओजोन परत के महत्व से परिचित कराने के लिए अन्तर्महाविद्यालयीन ई-पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विभिन्न महाविद्यालयों से 75 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने विद्यार्थियों को बधाई दी व कहा विद्यार्थियों की सहभागिता उनकी सजगता का प्रतीक है। आने वाली पीढ़ी के लिये ओजोन परत सुरक्षित रहेगा व सीधे पड़ने वाली पैराबैगनी किरणें नुकसान नहीं पहुंचा पायेगी।संयोजक डॉ निहारिका देवांगन ने कहा कि जीवन के लिये ओजोन ऑक्सीजन जितना ही जरूरी है। यह पृथ्वी को सूर्य के हानिकारक प्रभाव से बचाता है और पृथ्वी की रक्षा करता है। क्लोरोफ्लोरो कार्बन ओजोन परत को बहुत ज्यादा हानि पहुंचाता है। विद्यार्थियों को ओजोन परत के संरक्षण के प्रति जागरुक करने के लिये पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न महाविद्यालय के 75 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
डॉ दीपक शर्मा ने कहा सीएफसी फ्रिज और एसी से निकलते हैं। कार्बन मोनोऑक्साइड, कारखानों से निकलने वाला धुआं, पेट्रोल आदि से निकलने वाले धुआं, जंगल में लगने वाली आग के कारण पृथ्वी का तापमान बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण बर्फ पिछल रही है। इससे समुद्र के किनारे बसे शहरों के डूबने का खतरा है। अनेक सांस संबंधित बीमारी बढ़ रही है। अतः इसके लिये जागरुक होना आवष्यक है।
निर्णायक के रुप में डॉ नसरीन हुसैन स.प्रा. जुलॉजी शासकीय वामन पाटणकर महाविद्यालय दुर्ग, डॉ अरुणा साव स.प्रा. रसायनशास्त्र शासकीय महाविद्यालय अर्जुंदा थी। निर्णायकों ने बताया विद्यार्थियों ने इतना सुंदर पोस्टर बनाया है कि निर्णय करना अत्यंत कठिन था।
विजयी प्रतिभागियों के नाम इस प्रकार है- प्रथम – विशु – भिलाई महिला महाविद्यालय, द्वितीय – अंजू -भिलाई महिला महाविद्यालय, तृतीय – अंकिता सिंह – स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्तवी महाविद्यालय।
टिकेश्वरी – शसकीय महाविद्यालय अर्जुंदा, अनामिका राजबहार – शसकीय दानवीर तुलाराम महाविद्यालय उतई, मर्सी फरनान्डीज भिलाई महिला महाविद्यालय, को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।